कोटा म्यूजियम से प्राचीन कलाकृतियां चुराने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार

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कोटा म्यूजियम

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के संग्रहालय से बेशकीमती प्राचीन कलाकृतियों और सामानों को चुराने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सरगना को कोटा पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली।

पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने शनिवार को बताया कि तीन सदस्यीय इस गिरोह ने कोटा के गढ़ पैलेस स्थित कोटा के पूर्व राजपरिवार के संग्रहालय के दरबार हॉल गैलरी की दो अलमारियों को तोड़कर सोने-चांदी के पॉलिस किये प्राचीन सामानों और अन्य कलाकृतियों सहित विभिन्न सामग्रियों को 27 फरवरी की रात को चुरा लिया था।

इस मामले में रिपोर्ट कैथूनीपोल थाने में दर्ज करवाई जाने के बाद पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी के निर्देश पर पुलिस उप अधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा की अगुवाई में साइबर सैल प्रभारी प्रताप सिंह सहित पुलिस की एक बड़ी टीम ने करीब एक सप्ताह तक सीसीटीवी कैमरा को खंगालने के बाद इस गिरोह के तीन सदस्यों को पहचाना था और उनकी तलाशी शुरू की।

श्री चौधरी ने बताया कि कलाकृतियों को चुराने वाले इस गिरोह के सदस्यों को तलाश करते हुए कोटा से पुलिस पिछले दिनों गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) पहुंची थी और वहां से इस गिरोह के दो सदस्यों अचिन जाटव (24) और प्रभात पांचाल (27) को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इनका सरगना अरुण तेवरिया (28) उस समय फरार हो गया था।

श्री चौधरी ने बताया कि कोटा से गई पुलिस टीम ने पूरा संयम बरतते हुए सरगना अरुण तेवरिया के वापस गाजियाबाद रोकने की प्रतीक्षा की और अंततः वह पुलिस के जाल में उस समय फस गया जब वह कई जगहों पर भटकने के बाद वापस गाजियाबाद लौटा जहां उसकी ताक में बैठी कोटा पुलिस ने तत्काल उसे अपनी हिरासत में ले लिया।

पकड़ा गया गिरोह सरगना अरुण तेवरिया मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जारचा थाना क्षेत्र की छैलाना गांव का निवासी है। पुलिस ने उसे कोटा लाकर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे पूछताछ के लिए अगले एक सप्ताह के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया है।

श्री चौधरी ने बताया कि इस गिरोह ने 27 फरवरी को कोटा के गढ़ स्थित संग्रहालय में प्राचीन कलाकृतियों की चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले 21 फरवरी को राजस्थान के झुंझुंनू जिले के नवलगढ़ में डॉक्टर रामप्रताप पोद्दार की हवेली के संग्रहालय से भी प्राचीन कलाकृतियों की चोरी की थी और फरार हो गए थे।

उसके बाद उन्होंने कोटा आकर पहले संग्रहालय की रैकी की और बाद में गढ़ पैलेस के संग्रहालय के दरबार हॉल गैलरी से प्राचीन कलाकृतियों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अब इस गिरोह के तीनों सदस्यों से अन्य वारदातों और कोटा और नवलगढ़ के संग्रहालयों के चोरी के माल की बरामदगी के लिये विस्तार से पूछताछ कर रही है।