रीट की परीक्षा का पेपर फिर हुआ लीक, 40 लाख रुपये में हुआ पेपर का सौदा

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पकड़े गए 5 लोगों ने पेपर खरीदने की बात कबूली

जोधपुर। राजस्थान में शनिवार को रीट की मुख्य परीक्षा का पेपर एक बार फिर लीक होने का मामला सामने आया है। उधर, पुलिस का दावा है कि ऐसा नहीं हुआ।

दरअसल, रीट की मुख्य परीक्षा के पहले दिन जोधपुर पुलिस ने एक गिरोह के 5 लोगों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए 5 लोगों ने प्रवीण विश्नोई नाम के एक स्टूडेंट से 40 लाख रुपये में पेपर का सौदा किया था। सांचौर का रहने वाला एक छात्र सुबह की पारी में पेपर देकर गया था। उन्होंने 10-10 लाख रुपये में अभ्यर्थियों से डील की।

हालांकि, गिरोह ने किसी से पैसे नहीं लिए थे। ये गिरोह बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर हल कर रहा था। इनमें 19 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस ने छापा मारकर सभी को हिरासत में ले लिया गया है। इनसे मिले प्रश्न पत्रों की जांच की गई तो ये रीट एग्जाम के पेपर में नहीं मिले।

पुलिस ने बताया कि हमने सुरेश जाट, मुकेश जोशी और रामेश्वर समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मुकेश जोशी जोधपुर के केरू में कोचिंग चलाता था। पुलिस का कहना है कि अरोपियों से मिला पेपर फर्जी है।

डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि आरोपियों ने बनाड़ रोड स्थित उदयगढ़ मैरिज होम में 3 कमरे बुक किए थे। मैरिज होम में पहले से शादी समारोह चल रहा था। इसलिए सूचना मिलने पर सुबह 4.30 बजे पुलिस टीम ने सिविल ड्रेस में दबिश दी। यहां पुलिस ने लैपटॉप, प्रिंटर और मोबाइल जब्त किए। इस दौरान पकड़े गए सभी आरोपियों से पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था।

पुलिस टीम ने 29 लोगों के पास से वाइट पेपर, शीट और पेन आदि भी बरामद किए हैं। आरोप है कि इन्हीं में से कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने सुबह 10 बजे अलग-अलग सेंटर पर एंट्री भी दिलवाई। इसके पीछे पुलिस ने तर्क दिया कि जांच के कारण अभ्यर्थी लेट हो गए थे, इसलिए उन्हें प्रवेश दिलवाया गया था।

इधर, पेपर लीक की सूचना के बीच प्रदेश के सात जिलों में आनन-फानन में इंटरनेट बंद कर दिया गया। जोधपुर के घटनाक्रम पर कर्मचारी बोर्ड के चेयरमैन का कहना है कि अभी पेपरलीक जैसी कोई बात नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि, पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ।