उदयपुर में परशुराम की मूर्ति तोड़ने के मामले में कोटा के ब्राह्मण समाज ने किया प्रदर्शन

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कोटा। उदयपुर के गोगुंदा में भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़ने का विवाद अब और भी ज्यादा गहरा गया है। धीरे-धीरे राजस्थान के अन्य जिलों से विरोध की आवाज गूंजने लगी है। गोगुंदा, उदयपुर के बाद अब कोटा शहर में ब्राह्मण समाज एक जुट हो चुका है। अब इनके विरोध का स्वर भी प्रखर होता जा रहा है।

कोटा विप्र समाज ने लामबंद होकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए अपने हक की बात रखी। मुख्यमंत्री के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा। प्रशासन से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की गुहार भी लगाई।

सीएडी पर स्थित संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कोटा दक्षिण से भाजपा विधायक संदीप शर्मा भी मौजूद रहे। कोटा शहर भर के विप्र दोपहर को शहर के सीएडी सर्किल पर स्थित संभागीय आयुक्त कार्यालय पर एकत्रित हुए। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए भगवान परशुराम की मूर्ति को तोड़ने का विरोध जताया। कहा की विप्र जन की भावनाओं से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

राजस्थान पुलिस की कार्यशैली पर संदेह जताते हुए कहा की इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस अधिकारियों की उदासीनता को दर्शा रहा है। ब्राह्मण कल्याण परिषद के बैनर तले विप्र समाज ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। गुहार लगाई की आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। आरोपियों के इस अधार्मिक कुकृत्य के लिए उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।