विधायिका जनता की समस्याओं को हल करने का मंच है: लोकसभा अध्यक्ष

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गंगटोक में सीपीए इंडिया रीजन के 19वें वार्षिक जोन III सम्मेलन का उद्घाटन

नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को गंगटोक सिक्किम में सीपीए भारत क्षेत्र के 19वें वार्षिक जोन III सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गणतंत्र में चर्चा और संवाद पर जोर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि चर्चा संवाद ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है।

उन्होंने कहा कि विधानमंडल, लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच के रूप में मर्यादित चर्चा संवाद के ऐसे केंद्र बनें, जिनमे कोई व्यवधान ना हो। उसी दशा में हमारी जनता की लोकतंत्र में, लोकतांत्रिक संस्थाओं में आस्था बढ़ेगी, और हमारा लोकतंत्र मज़बूत होगा।

श्री बिरला ने कहा कि “साइबर बुलिंग “आज के परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक है क्योंकि विशेष रूप से किशोर और नौजवान इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। हमारा प्रयास है कि हम ऐसे कानून बनायें जिनसे सभी नागरिकों की सब प्रकार से सुरक्षा एवं संरक्षा हो। सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग शासन में दक्षता में सुधार और लोगों के जीवन में सुधार के लिए किया जाना चाहिए। संस्थानों और लोगों को इसके दोषों से बचाने के लिए सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन में चर्चा के बाद जो निष्कर्ष निकलेगा उससे इस समस्या के समाधान का एक बेहतर मार्ग निकलेगा।

श्री बिरला ने कहा कि मादक पदार्थों के सेवन के कारण हमारी नौजवान पीढ़ी पर असर पड़ रहा है। यह समस्या मात्र पूर्वोत्तर क्षेत्र की ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की समस्या है। संसद में इस विषय पर 20 और 21 दिसंबर 2022 को हुई विस्तृत चर्चा की जिक्र करते हुए श्री बिरला ने कहा कि सदन से यह बात निकली थी कि सदस्यगण पूरे देश के अंदर व्यापक जन जागरण अभियान चलाकर युवाओं में मादक पदार्थों के सेवन की बढ़ती समस्या को समाप्त कर नशामुक्त भारत बनाने के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जनप्रतिनिधि इस दिशा में समाज में जनजागरण करेंगे और समाज के अंदर युवाओं को सही दिशा देने का काम करेंगे।

श्री बिरला ने कहा कि आज जिस तरह से आईटी के माध्यम से संसद और विधायिका और जनता के बीच में सक्रिय भागीदारी बढ़ी है, वह उल्लेखनीय है। लेकिन हमें और सक्रिय भागीदारी निभानी है। डिजिटल संसद का जिक्र करते हुए श्री बिरला ने कहा कि प्रौद्योगिकी की सहायता से विधायिका के काम काज को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से उनके साथ सम्पर्क किया जा रहा है। उन्होंने कानून बनाने की प्रक्रिया में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी का आह्वान किया ताकि लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं के अनुसार कानून बनाए जा सकें।

श्री बिरला ने कहा कि यहाँ पर्यटन की नवीकरणीय ऊर्जा की ऑर्गैनिक खेती के क्षेत्र में तथा हैन्डीक्राफ्ट के क्षेत्र में विशाल संभावनाएं हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसी रणनीति की परिकल्पना की जाए कि किस प्रकार हम यहाँ के लोगों के योग्यता को राष्ट्रीय और वैश्विक बाजार से जोड़ें, ताकि इस पूरे क्षेत्र में समृद्धि आए। उन्होंने ने यह भी कहा कि हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारे संविधान निर्माताओं द्वारा जिस समृद्ध, विकसित और आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा गया था, हम उसका निर्माण करेंगे।

श्री बिरला ने कि सीपीए भारत क्षेत्र का ज़ोन 3 अत्यंत महत्वपूर्ण मंच है। यह एक ऐसा सक्रिय जोन है जिसमे लगातार कई विषयों और मुद्दों पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के विधायकों के साथ चर्चा और संवाद होता है और इस चर्चा संवाद के माध्यम से कई विषयों पर एक सर्वमान्य हल निकलता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के इन विधान मंडलों के माध्यम से और जनप्रतिनिधियों के साझे प्रयासों से इन क्षेत्रों के आर्थिक, सामाजिक जीवन में बड़ा परिवर्तन आया हैl

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने बताया कि भारतीय संसद ने भी भविष्य की तैयारी के लिए डिजिटलीकरण की ओर कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि विधायी निकायों के साथ जनता का संपर्क बढ़ाने के लिए नए आईटी सुधार किए जा रहे हैं। डिजिटल संसद ऐप और राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन इस दिशा में क्रांतिकारी कदम हैं।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि एजेंडा आइटम ‘संसद और विधानसभा को जनता/नागरिकों के लिए अधिक सुलभ बनाना’ पर चर्चा के दौरान, प्रतिभागी एक पारदर्शी विधायिका के साथ जनसाधारण के प्रभावी संवाद की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालेंगे। सम्मेलन के दूसरे विषय ‘साइबर-बुलिंग’ के विषय में उन्होंने कहा कि डिजिटल रूप से सशक्त राष्ट्र बनने के लिए नई डिजिटल तकनीकों को अपनाने के हमारे मिशन का साइबर बुलिंग जैसा एक नकारात्मक पहलू भी है।

उन्होंने कहा कि पूरा देश ड्रग एब्यूज के खतरे का सामना कर रहा है। यह बताते हुए कि हम दुनिया के सबसे युवा राष्ट्र हैं, उन्होंने युवाओं को नए भारत के लिए तैयार करने के लिए इस समस्या को जड़ से खत्म करने का आग्रह किया।

सिक्किम के मुख्य मन्त्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे सम्पूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र ने उल्लेखनीय और दूरगामी परिवर्तन देखा हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में पूर्वोत्तर क्षेत्र राजनितिक मंच से विकास मंच में परिवर्तित हो चुका है। क्षेत्र में हुए कई विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए श्री तमांग ने कहा कि मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से प्रदेश और क्षेत्र ने अभूतपूर्व प्रगति देखी जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार अन्य सभी आयामों मे प्रगति और उन्नति हो रही है।

स्वागत भाषण देते हुए सिक्किम विधान सभा के अध्यक्ष अरुण कुमार उप्रेती ने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन से जनप्रतिनिधियों को अपने उत्तरदायित्वों का अधिक प्रभावी ढंग से निर्वहन करने का मार्गदर्शन मिलेगा।इससे पूर्व, अपने आगमन पर श्री बिरला ने सिक्किम विधान सभा के परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।