शहीद की वीरांगना मंत्रियों और अफसरों के चक्कर लगा-लगा कर हुई परेशान
कोटा। Pulwama Attack 2019: चार साल पहले पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद हाडौती के वीर जवान हेमराज मीणा ने 14 फरवरी को अपने प्राणों की आहुति दी थी। जिस पर राजस्थान सरकार के तीन मंत्रियों ने पहुंचकर सांगोद के अदालत चौराहे पर शहीद की प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी। इसके बावजूद 4 साल गुजर जाने के बावजूद न तो कोई मूर्ति लगी और न ही शहीद के परिवार की ही पूछ परख की गई।
जवान की शहादत पर राजनीति: उधर, शहीद की वीरांगना मधुबाला मीणा ने कहा कि मेरा घर उजड़ गया, लेकिन उस बलिदानी वीर पर भी राजनीति की जा रही है। शहीद हेमराज ने देश के बलिदान दिया। आज उस बलिदान का अपमान किया जा रहा है। अपने शहीद पति की मूर्ति लगवाने के लिए वह सरकारी दफ्तरों और मंत्रियों के चक्कर लगा-लगा कर थक गई है।
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मंत्री धारीवाल ने उस समय श्रृद्धांजलि सभा में उनके घर आकर कहा था कि कहीं भटकने के जरूरत नहीं सब कागज कर बैठे मिल जाएंगे। अब वही उन्हें पहचानने तक से इंकार कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वह अब किसी के चक्कर नहीं काटेगी यदि अदालत चौराहे पर मूर्ति नहीं लगती है तो भूख हड़ताल करेंगी ।
शहीद हेमराज मीणा सीआरपीएफ में जवान के रूप में तैनात थे। जो जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हो गए थे। जिसके पश्चात् शहीद के पैतृक गांव विनोदकलां में हुई श्रृद्धांजलि सभा में राज्य सरकार की ओर से स्वायत्त शासन व नगरीय विकास विभाग मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल, खान एवं गोपालन विभाग मंत्री प्रमोद जैन भाया व तत्कालीन मंत्री रमेश मीणा ने शामिल होकर सांगोद में अदालत चौराहे के मध्य में सर्किल का निर्माण करके शहीद हेमराज मीणा की मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की थी।
जिसके अनुसरण में जिला कलक्टर कोटा के आदेश क्रमांक सामान्य/2019/710 दिनांक 23.02.2019 की अनुपालना में नगर पालिका सांगोद द्वारा 13.51 लाख रुपये का तकमीना तैयार कर शहीद सर्किल का ले-आउट प्लान भी पास कर दिया गया था। शहीद सर्किल के निर्माण के लिए नगर पालिका सांगोद द्वारा ई- निविदा भी दिनांक 31.07.2019 को जारी कर दी है। लेकिन 4 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अदालत चौराहे के मध्य में सर्किल का निर्माण नहीं हुआ है।
प्रभावशाली व्यक्तियों का अतिक्रमण: वीरांगना मधुबाला ने कहा कि ग्राम सांगोद के प्रस्तावित सर्किल स्थल पर खसरा नं. 1153, 1274 की पीडब्ल्यूडी सड़क पर गांव के कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों ने अतिक्रमण कर रखा है। जिसके कारण शहीद सर्किल का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर के निर्देशानुसार तहसील कार्यालय सांगोद द्वारा मौके की पैमाईश भी दिनांक 9.7.2020 को की गई थी। जिसमें खसरा नं. 1153, 1274 की पीडब्ल्यूडी सड़क पर गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों का अतिक्रमण प्रकट हुआ है।
शहीद के अपमान पर चुप हैं एमएलए: सरकार के सामने चंद भूमाफिया अधिक प्रभावशाली हो गए हैं। सैकड़ों बीघा भूमि मुक्त कराई गई है, लेकिन प्रस्तावित सर्किल पर कब्जा छुड़ाने की सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई। भूमाफिया शहीद का अपमान कर रहा है और सरकार चुपचाप देख रही है। वीरांगना मधुबाला ने कहा कि विधायक भरतसिंह हर मामले में पत्र लिखते रहते हैं, लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण और शहीद के अपमान पर चुप हैं। अधिकारियों से बात करते हैं तो कहते हैं कि हमारे हाथ बंधे हैं।