नई दिल्ली। सीबीआई ने दो करोड़ के रिश्वत के मामले में उत्तरपूर्वी फ्रंटियर रेलवे के दो अभियंताओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि ट्रिवेणी कंस्ट्रक्शन के मालिक ठेकेदार सज्जन चौधरी के अलावा सिलचर में तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार और उनके वरिष्ठ उप मुख्य अभियंता रामपाल को गिरफ्तार किया गया है।
कुमार को निर्माण कंपनी से कथित तौर पर रिश्वत का आंशिक भुगतान आठ लाख रुपये प्राप्त करते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया। जांच एजेंसी ने 19 जगह पर छापा मारने के बाद 1.10 करोड़ रुपये जब्त किए। इसमें उप मुख्य अभियंता रामपाल के ससुराल वालों से जब्त किए गए 67 लाख रुपये शामिल हैं।
सीबीआई ने नौ लोगों के खिलाफ दर्ज अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि ट्रिवेणी कंस्ट्रक्शन ने एक परियोजना में 19 करोड़ रुपये का बिल जमा किया था। इस राशि में रामपाल, कुमार और अन्य आरोपी लोक सेवकों की मिलीभगत से हेरफेर करके 2 करोड़ रुपये की बढ़ी हुई राशि शामिल थी। जिसमें से 20 लाख रुपये पहले से ही उप मुख्य अभियंता को, 35 लाख रुपये सहायक कार्यकारी अभियंता बीयू लस्कर (एक अन्य आरोपी) को दिए जा चुके थे। 36 लाख रुपये की रिश्वत कुमार को सौंपी जानी थी।