नई दिल्ली। Adani Group Stocks Crash: अमेरिकी रिसर्च फर्म द्वारा हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों को जबरदस्त बिकवाली हो रही है। रिटेल निवेशक अडानी ग्रुप के शेयर को बेचने में लग गए हैं। बाजार में उठापटक का आलम यह रहा कि गौतम अडानी को अपने 20,000 करोड़ रुपये के अडानी एंटरप्राइजेज के FPO को कैंसिल करना पड़ गया। पिछले छह कारोबारी दिन से लगातार अडानी ग्रुप के शेयर गिर रहे हैं। गिरावट का यह सिलसिला आज गुरुवार को भी जारी रहा।
ग्रुप के शेयर आज शुरुआती कारोबार में ही बीएसई पर लगभग 20% तक गिर गए। अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में लोअर सर्किट लग गया है। बता दें कि लोवर सर्किट उस शेयर की सबसे कम कीमत होती है। यह सर्किट लगने पर इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव कारोबार रुक जाता है।
इंट्रा डे ट्रेड में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर लगभग 20 पर्सेंट तक गिर गए। कंपनी के शेयर अपने 52 वीक के लो 1,529.55 रुपये के करीब पहुंच गए हैं। बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर पिछले साल 24/02/2022 को 52 वीक के लो पर थे।
अडानी ग्रुप की लिस्टेड सातों कंपनी के शेयरों का हाल
- अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 10% की तेजी है। इसका शेयर प्राइस 2341.55 रुपये है। हालांकि, कुछ देर बाद ही यह शेयर 10% तक गिरकर 1915.85 रुपये पर आ गया।
- अडानी पोर्ट्स के शेयर 2.60% की तेजी के साथ 504.95 रुपये पर खुले थे। लेकिन थोड़ी देर बाद ही लगभग 8% गिरकर 453.90 पर आ गए।
- अडानी पावर का शेयर 5% के लोअर सर्किट पर ओपन हुआ है। इसका शेयर प्राइस 202.15 रुपये पर है।
- अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों में भी 10% का लोअर सर्किट लगा है। इसका शेयर प्राइस 1557.25 रुपये है।
- अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 10% का लोअर सर्किट लगा है। यह 1038.05 रुपये पर ओपन हुआ है।
- अडानी टोटल गैस का शेयर भी 10% के लोअर सर्किट के साथ खुला है। इसका शेयर प्राइस 1711.50 रुपये है।
- अडानी विल्मर के शेयर 5% के लोअर सर्किट के साथ 421.45 पर ओपन हुए। (सुबह 9.30 बजे तक की स्थिति)
हिंडनबर्ग विवाद के बाद पहली बार बोले अडानी
आपको बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ को कैंसिल करने के अगले दिन गौतम अडानी ने अपने शेयरधारकों के लिए एक वीडियो मैसेज के जरिए कहा, “प्रिय मित्रों, एफपीओ के पूरी तरह से सब्सक्राइब होने के बाद कल इसे रद्द करने के फैसले से कई लोग सरप्राइज हुए हैं। लेकिन बाजार की अस्थिरता की वजह से हमारे बोर्ड ने महसूस किया कि इन परिस्थितियों में एफपीओ के साथ जाना नैतिक तौर पर सही नहीं होगा।” बता दें कि अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।