कोटा। हाड़ोती अंचल में कोटा शहर समेत आसपास के गांवों में रविवार देर रात 1 बजे बाद से बारिश का दौर शुरू हुआ जो कि सोमवार को भी जारी रहा बारिश के साथ ही जिले के ग्रामीण इलाकों में कई जगह पर ओलावृष्टि हुई जिससे फसलें तबाह हो गई हैं।
कनवास में चने के आकार के ओले फसलों में गिरे। इधर तेज बारिश के चलते एक बार फिर से सर्दी और गलन बढ़ गई। हवाओं के चलते शीत लहर का ज्यादा प्रभाव देखने को मिला और लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाते नजर आए। वहीं बारिश के चलते कोटा जिले के कई इलाकों में खेतों में फसलों को नुकसान हुआ है।
रामगंज मंडी इलाके में कई जगह सरसों की कटाई हो चुकी और फसलें खेत में पड़ी हुई थी। बारिश और ओले पड़ने से फसलों को नुकसान हुआ है। बूंदी के नैनवा इलाके में ओले पड़ने से खेतों में गेहूं,चना और सरसों की फसल आड़ी पड़ गई।
जिले के सांगोद और रामगंजमंडी क्षेत्र में कहीं कहीं ओले भी गिरे हैं। बाछीहेड़ा, काशीपुरा और कनवास में फसलों को नुकसान हुआ है। कई जगह खेतों में पड़ी फसल बारिश के कारण से सड़ने लगेगी। वहीं जिले भर में तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश से सरसों आड़ी पड़ गई है। वहीं धनिया की फसल को भी खासा नुकसान की खबर है।
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के साथ- साथ तेज हवा के चलने से झालावाड के रायपुर, सुनेल, पचपहाड़, पिडावा क्षेत्र के किसानों की फसलें आड़ी पड़ गई है। जिससे उत्पादन पर काफी असर पड़ेगा।
कनवास से भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष अश्वनी कुमार जैन बताया कि धुलेट क्षेत्र के काशीपुरा गांव में धनिया की फसल ऑडी गिरी ओले भी गिरे बाछीहेडा टोल्या गुन्जारा क्षेत्र में बारिश के कारण सेक्टर में भारी मात्रा में बोर नुमा ओले गिरे। इससे क्षेत्र में काफी मात्रा में नुकसान है।