सरकार का देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का विचार: वित्तमंत्री

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केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कोटा में युवा शक्ति संवाद

कोटा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि भारत के लगभग हर जिले में मेडिकल कॉलेज हो। वे रविवार को जवाहर नगर स्थित एलन समुन्नत कैम्पस के समरस सभागार में आयोजित युवा शक्ति संवाद कार्यक्रम में इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के सवालों का जवाब दे रही थी।

कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। कोचिंग में छात्रों से संवाद के दौरान बच्चों ने वित्त मंत्री सीतारमण से टैक्स पे करने, स्टूडेंट्स के लिए हेल्पलाइन, डिजिटल यूनिवर्सिटी, भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां और सफल एंटरप्रेन्योरशिप से संबंधित सवाल पूछे।

जिन्हें लेकर वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार और बेइमानी छोड़कर ईमानदारी से टैक्स पे करना चाहिए। सफल इंटरप्रेन्योर बनने के लिए क्षमतानुसार जोखिम उठाना जरूरी है तभी एक सफल इंटरप्रेन्योर बना जा सकता है। वहीं, डिजिटल यूनिवर्सिटी को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इसे लेकर तेजी से काम कर रही है। जल्द ही इसके परिणाम भी सामने आने लगेंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में सिर्फ सीटें बढ़ाने पर ही ध्यान नहीं देती है बल्कि स्किलफुल क्वॉलिटी एजुकेशन देने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इसके लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास करती है। हायर एजुकेशन को सहज सुलभ बनाने के लिए देश में हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। हमारा देश हायर एजुकेशन में विश्व में तीसरे स्थान पर है।

इससे पहले एलन समुन्नत कैम्पस में दोनों तरफ हाथों में तिरंगे झंडे लिए खड़े विद्यार्थियों ने भारत माता की जय के नारे के साथ उनका स्वागत किया। इस दौरान सड़क किनारे खड़े विद्यार्थियों को देख निर्मला सीतारमण उनके बीच चली गई और उनसे बातचीत की, हालचाल पूछे और कोटा के बारे में जाना। इसके बाद समरस ऑडिटोरियम में दीप प्रज्जवलन के बाद कोचिंग सिटी कोटा की ओर से उनका स्वागत किया गया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वित्त मंत्री का कोटा आना सौभाग्य है, आज हजारों विद्यार्थी उनसे बातचीत कर रहे हैं। वित्त मंत्री हमेशा प्रेरणास्रोत रही हैं और यह कार्यक्रम भी विद्यार्थियों के लिए ऊर्जा साबित होगा।

इसके बाद निर्मला सीतारमण ने विद्यार्थियों को अपना कर्तव्य याद दिलाया। उन्होंने कहा कि आपकी रक्षा के लिए सीमा पर जवान शहीद हो जाते हैं। जहां हम आधे घंटे खड़े नहीं रह सकते, सैनिक वहां 24 घंटे तैनात रहते हैं। हमें स्वयं के बारे में सोचने के साथ-साथ देश की उन्नति में योगदान देने वाले हर व्यक्ति के बारे में सोचना चाहिए। दूसरों के लिए कुछ करने की सोच रखें।

उन्होंने कहा कि कोटा मेरी नजर में ऐसा शहर है जो स्मार्ट है, जो हीरे तराशना जानता है। कोटा ने शिक्षा का महत्व समझा। देश के नामी आईआईटी और मेडिकल कॉलेज में जाने के लिए विद्यार्थियों को जो चाहिए वो कोटा देता है। कोटा ये जानता है कि स्कूल की शिक्षा और इंजीनियरिंग व मेडिकल के लिए होने वाली परीक्षाओं की शिक्षा में कितना अंतर है। इसे कैसे पूरा करना है।

यहां के लोगों ने विद्यार्थियों के लिए वो सबकुछ विकसित किया है जो उन्हें चाहिए। यही कारण है कि देशभर से स्टूडेंट्स यहां आते हैं। ये बच्चे प्रतिभावान भी होते हैं लेकिन इन्हें तराशने की आवश्यकता होती है और यही कोटा करता है। इसमें मेहनत है, अध्ययन है और स्मार्टनेस है। इसलिए देश के हर राज्य से स्टूडेंट्स कोटा में हैं। कार्यक्रम के अंत में एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

लाइफ में अप-डाउन होते हैं
संवाद कार्यक्रम में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रही छात्रा अपाला मिश्रा ने वित्त मंत्री से पूछा कि काफी मेहनत करने के बाद भी ऐसा लगता है कि सलेक्शन होगा या नहीं। कई बार कॉन्फिडेंस एकदम से कम हो जाता है। वित्त मंत्री ने कहा कि लाइफ में अप्स-डाउन चलते रहते हैं। क्योंकि बिना अप्स-डाउन के लाइफ आगे बढ़ेगी ही नहीं। आपने जिस दिन इनको अपना लिया, आप समझो कि लक्ष्य प्राप्ति का आधा मार्ग आपने हासिल कर लिया। चुनौतियां आएंगी लेकिन आपको डटकर सामना करना होगा।

शहीदों के बच्चों का सम्मान
कार्यक्रम में एलन में अध्ययनरत शहीदों के बच्चों का सम्मान भी हुआ। एक-एक विद्यार्थी मंच पर आया, केन्द्रीय मंत्री ने उन्हें उपर्णा पहनाया। बच्चों ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। कुछ बच्चों से निर्मला सीतारमण ने बातचीत भी की। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बच्चों को उपर्णा पहनाया और उनके साथ फोटो ली। कार्यक्रम में राजेश रत्न, प्रिया कुमारी, प्रीति सिंह, कौशल पूनिया, नुपूर, सुमित शर्मा, छवि एवं अंकिता सिंह को सम्मानित किया। इन विद्यार्थियों के पिता ने देश सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।

बताओ, कौन कहां से है
केन्द्रीय मंत्री ने जब विद्यार्थियों से संवाद किया तो उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कोटा मिनी इंडिया है, तो बताओ कौन कहां से है ? उन्होंने हाथ उठाकर बोलने को कहा, इस पर केन्द्रीय मंत्री ने लगभग सभी राज्यों के नाम लिए और हर राज्य के बच्चों ने हाथ उठाकर और शोर मचाकर उपस्थित दर्ज करवाई। कश्मीर से कन्याकुमारी, नोर्थ ईस्ट तक के बच्चों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सबसे ज्यादा बिहार और उत्तर प्रदेश के बच्चों ने अपनी मौजूदगी का अहसास करवाया।

ये पूछे सवाल
युवा शक्ति संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देश से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर सवाल पूछे। छात्रा महक गुूप्ता ने डिजीटल यूनिवर्सिटी के शुरु होने को लेकर प्रश्न पूछा तो अंशिका बलवाड़ा ने पूछा कि आप लोगांे को टैक्स पे करने के लिए कैसे मोटिवेट करते हैं और जो टैक्स पे नहीं करते, उन पर कैसे कार्यवाही की जाती है। समर भारद्धाज ने पूछा कि एक अच्छा एंटरप्रेन्योर बनने के लिए क्या करना होगा। दिव्या अग्रवाल ने इंडिया की इकोनॉमी को लेकर प्रश्न पूछा।

हर जिले में मेडिकल कॉलेज
छात्रा तमन्ना अग्रवाल ने वित्त मंत्री से पूछा कि मेडिकल की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स और मेडिकल कॉलेजों की सीटों के बीच इतना अंतर कैसे है। वित्त मंत्री ने जवाब में कहा कि भारत सरकार इस दिशा में काम कर रही है और हमारा प्रयास है कि भारत के लगभग हर जिले में मेडिकल कॉलेज हो।