जिन्दगी हारने के लिए नहीं, उमंग और उत्साह से जीने के लिए है: बिरला

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लोक सभा अध्यक्ष ने किया कोचिंग विद्यार्थियों को प्रेरित

कोटा। Lok Sabha Speaker Birla meets coaching students: नए वर्ष की पूर्व संध्या पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश के विभिन्न हिस्सों से कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने आए विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि जिन्दगी हारने के लिए नहीं बल्कि उमंग और उत्साह से जीने के लिए है। खुद को सकारात्मक रखते हुए आनंद से पढ़ो सफलता भी मिलेगी और आप बेहती इंसान भी बनोगे।

लैंड मार्क सिटी में खुले मंच पर बच्चों से संवाद करते हुए बिरला ने कहा कि आप यहां कोई लक्ष्य लेकर आए हैं। कोई भी व्यक्ति जो मन में संकल्प धारण करता है और उसे सिद्धी तक पहुुंचाने के लिए अटूट मेहनत करता है तो वह कभी असफल नहीं होता। हमें खुद को पॉजीटिव और स्प्रिटिड रखना है। अवसाद और चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आपको अपनी मेहनत पर विश्वास रखना सीखना होगा।

उन्होंने कहा कि कोटा का एजुकेशन सिस्टम इतना सशक्त है कि विद्यार्थी में स्किल सेट को भी बढ़ाता है और उनमें विजन भी पैदा करता है। आप कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी के लिए आए हैं। कोटा अब आपके जीवन से जुड़ चुका है, यह अब आपका अपना शहर है। नए वर्ष में नए संकल्प और नए आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जुट जाएं।

योगीजी को बताऊंगा आपकी बेटियां यहां खुश हैं: संवाद के दौरान उत्तर प्रदेश से आई तीन बेटियों ने स्पीकर बिरला से बात की। इस दौरान बिरला के सवाल करने पर उन्होंने कहा कि वे कोटा में खुश और सुरक्षित महसूस करती हैं। बिरला ने कहा कि यह बात वे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्सनाथ को बताएंगे। संवाद के दौरान बिरला ने विद्यार्थियों से कहा कि संसद में देश भर के सांसद जब भी उनके मिलने आते हैं तो उनके यहां से कोटा आए विद्यार्थियों की बात जरूर होती है।

आपकी हर समस्या के समाधान का मैं अंतिम पड़ाव: बिरला ने विद्यार्थियों से कहा कि कोटा आने के बाद अब वे उनके परिवार के सदस्य हैं। उन्हें यहां जो भी कठिनाई या परेशानी आए तो बेहिचक आकर मिलें। वे उनकी हर परेशानी के समाधान का अंतिम पड़ाव हैं। बिरला ने विद्यार्थियों को कोटा और दिल्ली कार्यालय के नंबर भी दिए।

हर राज्य का नाम लेते ही दिखा जोश: संवाद की शुरूआत करते हुए स्पीकर बिरला ने सबसे पहले विद्यार्थियों को नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं। फिर एक-एक कर उन्होंने देशभर के राज्यों के नाम लेना शुरू किया। जैसे-जैसे वे राज्यों के नाम लेते गए उस राज्य से आए विद्यार्थियों ने शोर मचाते हुए अपना जोश प्रदर्शित किया।

ऑटोग्राफ और सेल्फी के लिए मची होड़: संवाद के बाद जब बिरला रवाना होने लगे तो विद्यार्थियों ने उन्हें घेर लिया। बिरला का ऑटोग्राफ लेने ओर उनके साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए विद्यार्थियों में होड़ मच गई। बिरला ने किसी भी विद्यार्थी को निराश नहीं किया।

कमियों को दूर करने पर फोकस करें: बिरला ने कहा कि एक या दो टेस्ट आपकी क्षमता, सार्म्थ्य और आपकी योग्यता निर्धारित नहीं करते। ऐसे कई उदाहरण हैं जब टॉप रैंकर प्रतियोगी परीक्षा में असफल हो गए और साधारण विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसलिए टेस्ट के नंबर्स पर नहीं बल्कि जो कमियां सामने आईं हैं, उन्हें दूर करने पर फोकस करें।

अपनी मेहनत पर भरोसा रखें: उत्तर प्रदेश से आई पूजा यादव ने स्पीकर बिरला से पूछा कि पढ़ते समय मन में नकारात्मक विचार आते हैं, क्या करें। बिरला ने कहा कि अपनी मेहनत पर भरोसा रखें। अपने आत्मविश्वास को डिगने नहीं दें। योजना बनाकर पढ़ें, आज के लिए जो जितना लक्ष्य निर्धारित करें, उसे आज ही पूरा करें। फिर नकारात्मक विचारों के लिए जगह ही नहीं बचेगी।

90 प्रतिशत काम हिन्दी में: यदि आपने संसद की कार्यवाही को देखा है तो पहले अधिकांश कार्यवाही अंग्रेजी में होती थी। मेरे अध्यक्ष बनने के बाद अब 90 प्रतिशत काम हिन्दी में होता है। बहुत सारे सांसद हिन्दी में ही बड़े प्रभावी तरीके से बात रखते हैं।