गौमूत्र के सेवन से कईं गंभीर ला इलाज बीमारियों का निदान संभव

0
171

कोटा। गौमूत्र के सेवन से कईं गंभीर ला इलाज बीमारियों का निदान संभव है। इसमें खनिज लवण, विटामिन, एंजाइम, हार्मोन, स्वर्ण, रजत अंश समेत विभिन्न औषधीय घटक पाए जाते हैं। यह जानकारी रविवार को हाड़ौती गौसेवा संस्थान, प्रज्ञा गौशाला एवं अवेदना सेवा हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में राधाकृष्ण मंदिर स्थित अस्पताल में आयोजित सेमिनार में डॉ. तेजेश गोयल ने दी।

सेमिनार में सूरत से नाडी विशेषज्ञ डॉ. एनआर गोस्वामी, पतंजलि योग पीठ के पूर्व चिकित्सक डॉ. तेजेश गोयल, डॉ. पल्लवी शर्मा एवं डॉ. महेंद्र गर्ग उपस्थित रहे। संगोष्ठी में चिकित्सा विशेषज्ञों ने आयुर्वेद एवं पंचगव्य पर हो रहे नए प्रयोगों के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने आयुर्वेद में गौमूत्र के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से गोमूत्र से कई गंभीर बीमारियों का इलाज हो रहा है। इस दौरान आयुर्वेद पंचगव्य चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया। जिसमें वायरस जनित रोग, कैंसर, लिवर, चर्म रोग, अस्थमा संबंधी रोगों की जांच कर इलाज किया गया।

नाड़ी वैद्यों ने नाड़ी देख बीमारियों की जानकारी ली और उसके अनुसार इलाज लिखा। माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ पल्लवी शर्मा ने बताया कि गौमूत्र पर कोटा विश्वविद्यालय में शोध चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक पत्रिका में शोधपत्र भी प्रकाशित हुआ है।