कोटा। हाड़ौती में डीएपी और यूरिया की बढ़ती मांग के बीच स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से किसानों के लिए राहत की खबर आई है। उर्वरक फैक्ट्रियों से कोटा-बूंदी सहित हाड़ौती के लिए डीएपी और एनपीके फर्टिलाइजर के रैक रवाना होने का सिलसिला बुधवार से प्रारंभ हो गया। डीएपी लेकर बुधवार को बूंदी के लिए दो और बारां के लिए एक जबकि एनपीके लेकर कोटा के लिए एक मालगाड़ी रवाना हुई। इनके गुरूवार को गंतव्य पर पहुंचने की संभावना है।
पिछले दिनों संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के दौरे पर आए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को किसान प्रतिनिधियों ने डीएपी और यूरिया की किल्लत की जानकारी दी थी। स्पीकर बिरला ने किसानों को आश्वस्त किया था कि बुआई के सीजन में वह किसी भी किसान को डीएपी और खाद की कमी से परेशान नहीं होने देंगे।
इतना ही नहीं स्पीकर बिरला ने इस बारे में लोक सभा कैंप कार्यालय में कोटा और बूंदी के जिला प्रशासन के अधिकारियोंए कॉपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी तथा उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी। बैठक में ही स्पीकर बिरला ने फोन के माध्यम से रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाड़ौती में पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया के रैक भेजने को कहा था।
इसके बाद बुधवार सुबह आईपीएल से बूंदी के लिए 2600 एमटी डीएपी तथा कोटा के लिए 2600 एमटी एनपीके लेकर मालगाड़ियां रवाना हो गईं। बुधवार शाम को भी इफ्को से 2600 एमटी डीएपी का एक रैक बूंदी जबकि इतनी ही मात्रा में डीएपी का एक रैक आईपीएल से बारां के लिए रवाना हुआ। इस तरह स्पीकर बिरला के प्रयासों से एक ही दिन में हाड़ौती के लिए चार रैक डीएपी और एनपीके की उपलब्धता सुनिश्चित हो गई।
स्पीकर बिरला ने आश्वस्त किया है कि आने वाले दिनों में भी उर्वरक कम्पनियों से और डीएपी लेकर रैक कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाड़ौती के लिए रवाना होंगे। उन्होंने किसानों का आश्वस्त किया कि वे डीएपी और यूरिया की कमी नहीं आने देंगे। लेकिन किसान भी इनका अनावश्यक स्टॉक करने से बचें।