मुंबई। 29 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। इससे पहले लगातार चार सप्ताह तक इसमें कमी हुई थी।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investors) ने एक बार फिर से भारतीय बाजार की ओर रूख किया है। इस कारण देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है।
रिजर्व बैंक से मिली सूचना के अनुसार 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 573.875 अरब डॉलर पर पहुंच गया। बीते 15 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान अपना विदेशी मुद्रा भंडार 7.541 अरब डॉलर घटा था। यदि 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह की बात करें तो यह 571.5 अरब डॉलर पर था।
आठ जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर रह गया था। इसी महीने एक जुलाई को भी विदेशी मुद्रा भंडार 5.008 अरब डॉलर घटा था। उस समय अपना विदेशी मुद्रा भंडार 588.314 अरब डॉलर पर था।
फॉरेन करेंसी असेट भी घटे: 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में जो बढ़ोतरी हुई, उसमें फॉरेन करेंसी असेट (Foreign Currency Asset) का बढ़ना भी शामिल है। यह कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार (Gold Reserve) बढ़ने से भी विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा हुआ है।
अगस्त में बढ़ा एफपीआई का निवेश: NSDL से मिले लेटेस्ट डाटा के मुताबिक अगस्त में अभी तक foreign portfolio investors (FPIs) का निवेश बढ़ा है। पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान FPIs ने भारतीय शेयर बाजारों में 14,175 करोड़ रुपये डाले। इससे पहले बीते जुलाई में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय बाजार में महज 4,989 करोड़ रुपये डाले थे