नई दिल्ली। Soyabean Price: सरकारी एजेंसी- नैफेड द्वारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान जैसे शीर्ष उत्पादक प्रांतों में किसानों से 4892 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीद की जा रही है मगर देश-विदेश में सोया तेल एवं सोयामील का भाव नरम रहने से सोयाबीन के थोक मंडी मूल्य पर दबाव अभी बरकरार है।
28 दिसम्बर से 3 जनवरी वाले सप्ताह के दौरान सोयाबीन का भाव मध्य प्रदेश में 50-100 रुपए गिरकर 4300-4400 रुपए प्रति क्विंटल, महाराष्ट्र में 100-150 रुपए घटकर 4200-4300 रुपए प्रति क्विंटल तथा राजस्थान में 125 रुपए घटकर 4300 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
सोया तेल (रिफाइंड): रिफाइंड सोया तेल के दाम में भी 25.30 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट दर्ज की गई। उद्योग व्यापार समीक्षकों के अनुसार नवम्बर के मुकाबले दिसम्बर 2024 में सोयाबीन तेल का आयात 3 प्रतिशत सुधरकर 4.20 लाख टन पर पहुंच गया और जनवरी 2025 में भी इसका बेहतर आयात होने की उम्मीद है क्योंकि यह पाम तेल की तुलना में सस्ते दाम पर उपलब्ध है। निर्यातक देशों में इसका पर्याप्त स्टॉक की मौजूद है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सोयाबीन तेल का भाव कोटा में 20 रुपए फिसलकर 1260 रुपए, कांडला में 35 रुपए घटकर 1215 रुपए तथा हल्दिया में 25 रुपए गिरकर 1210 रुपए प्रति 10 किलो रह गया।
आवक: प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सोयाबीन की दैनिक आवक 2.80 से 3.45 लाख क्विटल (बोरी) के बीच हो रही है। महाराष्ट्र में किसानों से 6000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन खरीदने का वादा किया गया था मगर अभी तक इसका कोई प्रमाण सामने नहीं आया है।
स्टॉक: उत्पादकों के पास सोयाबीन का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है मगर उसे काफी नीचे दाम पर इसकी बिक्री करने के लिए तितश होना पड़ रहा है। नियत लक्ष्य की तलना में सोयाबीन की सरकारी खरीद अभी बहुत पीछे है और इसकी राति भी धीमी