जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के कारण दो साल तक विभिन्न भर्ती परीक्षाएं नहीं हो पाने के मद्देनजर आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्मीदवारों को उम्र में दो साल की छूट देने की घोषणा की है। गहलोत ने शनिवार को यह घोषणा की।
उन्होंने ट्वीट किया,”कोरोना के कारण दो वर्षों तक नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं, इसलिए आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को ऊपरी उम्र सीमा में दो वर्षों की छूट दी जाएगी।”
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने इसी महीने एक कार्यक्रम में कहा था कि राज्य सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल में अब तक लगभग सवा लाख लोगों को नौकरी दे चुकी है, जबकि लगभग एक लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन हैं और एक लाख नौकरियां की घोषणा उन्होंने 2022-23 के बजट में की है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनका प्रयास रहेगा कि समय पर भर्ती परीक्षा हो और समय पर नौकरी लगे।
केदारनाथ त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिजनों को नौकरी
सीएम गहलोत ने अपने दूसर फैसले के तहत सीएम गहलोत ने 2013 में केदारनाथ त्रासदी के पीड़ितों को के एलिजिबल परिजनों को पुन अनुकंपा नियुक्ति देने की घोषणा की है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि 2013 की केदारनाथ त्रासदी में जान गंवाने वाले एवं स्थायी रूप से लापता हुए राजस्थान के निवासियों के परिजनों को संबल देने के लिए 2013 में अनुकंपा नियुक्ति देने की घोषणा की थी। कुछ लोगों को नियुक्ति दे दी गई थी। परंतु सरकार बदलने पर भाजपा सरकार ने इन नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। मैं घोषणा करता हूं कि इन्हें फिर से नियुक्ति दी जाएगी।