वैश्विक महामारी के दौर में भी स्टार्टअप ने वेल्थ और वैल्यू तैयार की : पीएम मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” के 89वें एपिसोड के जरिए देश को संबोधित करते हुए ऐसे स्टार्टअप्स का जिक्र किया, जो अब यूनिकॉर्न बन चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा, “इस महीने की 5 तारीख को देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच गई।”

उन्होंने कहा, “आपको तो पता ही है, एक यूनिकॉर्न, यानी, कम-से-कम साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का स्टार्टअप। इन यूनिकॉर्न्स का कुल वैल्यूएशन 330 बिलियन डॉलर, यानी 25 लाख करोड़ रुपयों से भी ज्यादा है। निश्चित रूप से, ये बात हर भारतीय के लिए गर्व करने वाली है।”

4 महीनों में 14 यूनिकॉर्न बने: पीएम मोदी ने कहा, “आपको जानकर हैरानी होगी कि हमारे कुल यूनिकॉर्न्स में से 44 पिछले साल बने थे। इतना ही नहीं, इस साल के 3-4 महीने में ही 14 और नए यूनिकॉर्न बन गए। इसका मतलब यह हुआ कि वैश्विक महामारी के इस दौर में भी हमारे स्टार्टअप, वेल्थ और वैल्यू तैयार करते रहे हैं। भारतीय यूनिकॉर्न्स की औसत वार्षिक वृद्धि दर अमेरिका, UK और अन्य कई देशों से भी ज्यादा है।”

डायवर्सिफाइंग हैं हमारे यूनिकॉर्न: उन्होंने कहा, “एनालिटिक्स का तो यह भी कहना है कि आने वाले सालों में इस संख्या में तेज उछाल देखने को मिलेगा। एक अच्छी बात यह भी है कि हमारे यूनिकॉर्न डायवर्सिफाइंग हैं। ये ई-कॉमर्स, फिनटेक, एड-टेक, बायो-टेक जैसे कई क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।” पीएम ने कहा, “स्टार्टअप्स की दुनिया नए भारत की स्प्रिट को दर्शा रही है।

कस्बों तक फैला स्टार्टअप इकोसिस्टम: प्रधानमंत्री ने कहा, “आज भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि छोटे-छोटे शहरों और कस्बों से भी उद्यमी सामने आ रहे हैं। इससे पता चलता है कि भारत में जिसके पास इनोवेटिव आइडिया है, वो वेल्थ बना सकता है।”