टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापान यात्रा के दौरान सोमवार को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और जापान के संबंधों के बारे में खुलकर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और जापान स्वाभाविक साझेदार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान ने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया को भगवान बुद्ध के विचारों पर, उनके बताए रास्ते पर चलने की बहुत ज़रूरत है। यही रास्ता है जो आज दुनिया की हर चुनौती, चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद हो, क्लाइमेट चेंज हो, इन सबसे मानवता को बचाने का यही मार्ग है। जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें…
जापान से प्रभावित होकर स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि हर भारतीय नौजवान को अपने जीवन में कम से कम एक बार जापान की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए। मैं स्वामी जी की इस सद्भावना को आगे बढ़ाते हुए, मैं चाहूंगा कि जापान का हर युवा अपने जीवन में कम से कम एक बार भारत की यात्रा करे।
जलवायु परिवर्तन की चुनौती का स्थायी समाधान
पीएम मोदी ने कहा कि आज क्लाइमेच चेंज दुनिया भर के लिए समस्या बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमने क्लाइमेट चेंज को देखा भी और इसके समाधान के रास्ते भी खोजने की दिशा में आगे बढ़े है। उन्होंने कहा कि भारत ने 2070 तक नेट जीरो के लिए कमिट किया है। उन्होंने कहा कि हमने इंटरनेशल सोलर अलायंस का भी नेतृत्व किया। पीएम ने कॉलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलियंस का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि भारत आज ग्रीन फ्यूज, ग्रीन रोड कैरियर के लिए भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को व्यापक रूप से प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
मक्खन पर लकीर खींचने में मजा नहीं आता
पीएम मोदी ने चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे मक्खन पर लकीर खींचने में मजा नहीं आता, मैं पत्थर पर लकीर खींचता हूं। पीएम ने कहा कि इस दशक के अंत तक भारत अपनी कुल पावर क्षमता का 50% नॉन फॉसिल फ्यूल से पूरा करने का संकल्प लिया है। पीएम ने कहा कि समस्याओं के समाधन को लेकर जो भारतीयों का आत्मविश्वास है जो हर क्षेत्र, हर दिशा, हर कदम पर दिखाई देता है।
भारत की आशा बहनों को WHO से मिला सम्मान
पीएम ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की आशा बहनों को डायरेक्टर जनरल्स-ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की लाखों आशा बहनें, मैटेरनल केयर से लेकर वैक्सीनेशन तक, पोषण से लेकर स्वच्छता तक, देश के स्वास्थ्य अभियान को गति दे रही हैं।
100 से भी अधिक देशों को भेजी वैक्सीन
भारत ने कोविड के दौरान अनिश्चितता का माहौल था। उस समय भी भारत ने दुनिया के देशों को दवाएं भेजीं। जब वैक्सीन उपलब्ध हुईं तब भारत ने ‘मेड इन इंडिया’ वैक्सीन अपने करोड़ों नागरिकों को भी लगाईं और दुनिया के 100 से अधिक देशों को भी भेजीं।
भारत अपने भविष्य को लेकर आशावान
पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत अपने अतीत को लेकर जितना गौरवान्वित है, उतना ही तकनीक वाली, साइंस वाली, इनोवेशन वाली, टैलेंट के नेतृत्व वाले भविष्य को लेकर भी आशावान है। पीएम मोदी ने भारत में लोकतंत्र का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में पुरुषों से अधिक महिलाएं वोट डालती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में तकनीक का खूब प्रयोग हो रहा है। भारत में डिजिटल क्रांति आई है। पूरी दुनिया में जितने डिजिटल या कैशलेस ट्रांजेक्शन हुए उसमें से 40% भारत में हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज तेजी से आत्मनिर्भरता की तरफ से तेजी से बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र आम लोगों को सामर्थ्यवान बना रहा है।
भारत की कैपेसेटी निर्माण में जापान एक अहम भागीदार
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी इस कैपेसिटी के निर्माण में जापान एक अहम भागीदार है। पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल हो, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर हो, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर हो, ये भारत-जापान के सहयोग के बहुत बड़े उदाहरण हैं।
दुनिया को भगवान बुद्ध के रास्ते पर चलने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि जापान के लोगों की देशभक्ति, जापान के लोगों का आत्मविश्वास, यहां का अनुशासन, स्वच्छता के लिए जापान के लोगों की जागरूकता, स्वामी विवेकानंद ने इसकी खुलकर प्रशंसा की थी। पीएम मोदी ने कहा कि आज की दुनिया को भगवान बुद्ध के विचारों पर, उनके बताए रास्ते पर चलने की बहुत ज़रूरत है। यही रास्ता है जो आज दुनिया की हर चुनौती, चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद हो, क्लाइमेट चेंज हो, इन सबसे मानवता को बचाने का यही मार्ग है।
जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध का है
पीएम मोदी ने कहा कि जापान से हमारा रिश्ता सामर्थ्य का है, सम्मान का है, विश्व के लिए साझे संकल्प का है। जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध का है, बौद्ध का है, ज्ञान का है, ध्यान का है: प्रधानमंत्री मोदी टोक्यो में एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जब अपने ऐतिहासिक संबोधन के लिए शिकागो जा रहे थे, तो उससे पहले जापान आए थे।
खादी नेताओं का कॉस्ट्यूम बन कर रह गया था
पीएम मोदी ने देश में आए बदलावों का जिक्र करते हुए खादी पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से खादी सिर्फ नेताओं का कॉस्ट्यूम बन कर रह गई थी। उन्होंने कहा कि हमने खादी को आज ग्लोबल बना दिया है।