नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय को उम्मीद है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह इस महीने रिकॉर्ड तोड़ सकता है। करीब 1.45 से 1.50 लाख करोड़ रुपये इसके जरिये सरकार को मिल सकता है। मार्च में अब तक का सबसे ज्यादा 1.42 लाख करोड़ रुपये का टैक्स मिला था।
अप्रैल 2021 में सरकार को 1.41 लाख करोड़ रुपये मिले थे, जो दूसार सबसे बड़ा रिकॉर्ड था। वित्त मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि मासिक आधार पर इस बार ज्यादा ई-वे बिल बने हैं, जिनके कारण टैक्स में बढ़ोतरी होगी। अगर अप्रैल में 1.45 लाख करोड़ रुपये सरकार को मिलते हैं तो यह लगातार दसवां महीना होगा, जिसमें एक लाख करोड़ से ज्यादा का टैक्स मिलेगा।
हर महीने 1 लाख करोड़ से ज्यादा टैक्स:जुलाई, 2021 से लेकर अब तक हर महीने एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का टैक्स मिला है। मासिक आधार पर सबसे ज्यादा बढ़त 33 फीसदी जुलाई महीने में ही हुई थी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीएसटी के तहत कुल 14.83 लाख करोड़ रुपये मिले थे।
यह 2020-21 में मिले 11.37 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा था। माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था में सुधार और चोरी पर लगाम लगने की वजह से टैक्स वसूली में बढ़त हो रही है।
वित्त मंत्रालय ने 25 अप्रैल को कहा था कि मंत्रियों का एक समूह टैक्स की दरों को लेकर अभी भी रिपोर्ट नहीं सौंपा है। पिछले साल इस समूह को बनाया गया था। इसके मुताबिक, टैक्स की दरों में संशोधन किया जाना है।