कच्चे तेल में फिर उबाल, कीमत 4 फीसदी तेजी के साथ 108 डॉलर प्रति बैरल के पार

0
151

नई दिल्ली। कच्चे तेल (crude) की कीमत में एक बार फिर उबाल आ रहा है। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत चार फीसदी तेजी के साथ 108 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई। अमेरिका में क्रूड के भंडार में भारी बढ़ोतरी के बावजूद दुनिया में इसकी सप्लाई टाइट रहने की आशंका है।

इसकी वजह यह है कि दुनिया के प्रमुख ऑयल ट्रेडर्स रूस से तेल मंगाना बंद कर सकते हैं। कच्चे तेल की कीमत में तेजी से एक बार फिर देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। दिल्ली के पेट्रोल पंपों पर अभी पेट्रोल 105.41 रुपये और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।

देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत (Petrol-diesel price) में छह अप्रैल के बाद कोई बदलाव नहीं हुआ है। उससे पहले 22 मार्च से छह अप्रैल तक 14 किस्तों में पेट्रोल और डीजल की कीमत दिल्ली में 10-10 रुपये प्रति लीटर बढ़ी थी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल (Crude) की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थी। मार्च के मध्य में भारत के लिए क्रूड की कॉस्ट 128 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थी जो सात अप्रैल को 24 फीसदी की गिरावट के साथ 97.58 डॉलर रह गई थी। इससे माना जा रहा था कि अब देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर अब ब्रेक लग सकता है। लेकिन कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी के बाद अब फिर पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है।

कच्चा तेल में चार फीसदी की तेजी
बुधवार को ब्रेंट क्रूड (Brent crude) 4.14 डॉलर यानी चार फीसदी की तेजी के साथ 108.78 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसी तरह WTI क्रूड फ्यूचर्स 3.65 डॉलर यानी 3.7 फीसदी तेजी के साथ 104.25 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बंद हुआ। इससे पहले मंगलवार को भी इसमें छह फीसदी से अधिक तेजी आई थी। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद कच्चे तेल की कीमत में काफी तेजी आई है। अनुमानों के मुताबिक रूस रोजाना 10 से 30 लाख बैरल कच्चे तेल का निर्यात करता है। दुनिया के प्रमुख तेल कारोबारी रूस से तेल खरीद कम करने पर विचार कर रहे हैं।

पेट्रोल और डीजल की कीमत में चार नवंबर से 21 मार्च तक कोई बदलाव नहीं हुआ था जबकि इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 139 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी। यह 2008 के बाद इसका उच्चतम स्तर था। क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान कीमत नहीं बढ़ाए जाने से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को 19,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

और बढ़ सकती है कीमत
जानकारों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत में प्रति बैरल एक डॉलर का इजाफा होने से पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 50 पैसे की बढ़ोतरी होती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमत में 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर चुकी हैं। लेकिन अभी तेल कंपनियों के नुकसान की भरपाई नहीं हुई है। इस तरह आने वाले दिनों पेट्रोल-डीजल की कीमत में और इजाफा हो सकता है।

अपने शहर के भाव जानें
पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के भाव रोजाना बदलते हैं और सुबह 6 बजे अपडेट हो जाते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज़ का रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं (How to check diesel petrol price daily)। इंडियन ऑयल (Indian Oil) के कस्टमर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP लिख कर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल (HPCL) के ग्राहक HPPrice लिख कर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।