नई दिल्ली। क्रिप्टो की प्रमुख करेंसी बिटकॉइन की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आई है। दो हफ्ते में इसका भाव 20% गिर गया है। इस समय यह 57 हजार डॉलर के नीचे कारोबार कर रही है।
बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट से यह साबित होता है कि अब भी क्रिप्टो में निवेश की पहचान ज्यादा अस्थिरता वाली ही बनी हुई है। फिर भी बिटकॉइन की दुनिया में लोकप्रियता बरकरार है। दूसरे ट्रेडिशनल मार्केट में जब भी कोई उतार-चढ़ाव होता है तो अलार्म की घंटी बज जाती है और निवेशक सचेत हो जाते हैं।
लगातार 6 दिन से गिर रही हैं कीमतें
बिटकॉइन की कीमतों में लगातार 6 दिन से गिरावट है। शुक्रवार को लंदन के शुरुआती कारोबार में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 0.5% गिरकर लगभग 56,280 डॉलर हो गई। ओंडा के सीनियर मार्केट विश्लेषक क्रेग एर्लाम ने लिखा, “बिटकॉइन में करेक्शन कोई बड़ी डील नहीं है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि अक्टूबर में कीमतों में 40% की बढ़ोतरी के बाद तेज गिरावट सामान्य है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।
एक एजेंसी ने बताया कि चीन के क्रिप्टो पर क्रैकडाउन और नए अमेरिकी टैक्स-रिपोर्टिंग प्रावधानों को क्रिप्टो निवेशकों के लिए नकारात्मक रूप में देखा जा रहा है। इससे इसकी लोकप्रियता में थोड़ा बट्टा जरूर लग रहा है।
2016-17 में तेजी से बढ़ रही थी क्रिप्टो करेंसी
हैरिस फाइनेंशियल ग्रुप के वित्तीय सलाहकार जेमी कॉक्स ने कहा कि 2016-17 के दौरान, जब ब्याज दरें बढ़ रही थीं और सिस्टम से लिक्विडिटी गायब हो रही थी, उस समय क्रिप्टो करेंसी तेजी से आगे बढ़ रही थी। क्रिप्टोकरेंसी में 20% या उससे अधिक कीमत में उतार-चढ़ाव असामान्य नहीं है। अप्रैल की शुरुआत में लगभग 65,000 डॉलर के रिकॉर्ड को छूने के बाद, बिटकॉइन का भाव जून के अंत तक 50% से अधिक गिर गया था।
सितंबर में 53 हजार डॉलर थी
सितंबर की शुरुआत में लगभग बिटकॉइन 53,000 डॉलर तक पहुंच गई थी। असल में पिछले 24 घंटों के भीतर भी बिटकॉइन का भाव लगभग 3% गिरा है। 10 नवंबर, को 68,789.63 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद, इसमें ये गिरावट आनी शुरू हुई। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बिटकॉइन में गिरावट ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली की वजह से देखी गई है।