नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम (Paytm) का 18,300 करोड़ रुपये का बहुप्रतीक्षित आईपीओ (IPO) 8 नवंबर को खुल रहा है। पेटीएम के पेरेंट कंपनी One97 Communications ने एंकर निवेशकों से 8,235 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस राउंड में 122 देशी-विदेशी फंड्स ने पेटीएम के शेयरों के लिए बोली लगाई। सूत्रों के मुताबिक यह राउंड 10 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ। केवल BlackRock, CPPIB और GIC ने मिलकर 2,516 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किए।
टॉप सॉवरेन वेल्थ फंड्स और फाइनेंशियल इनवेस्टर्स ने पेटीएम के एंकर राउंड में हिस्सा लिया। इनमें सिंगापुर का GIC और कनाडा का CPPIB, BlackRock, Alkeon Capital और Abu Dhabi Investment Authority शामिल थे। Fidelity, Standard Life Aberdeen, UBS और अमेरिकी हेज फंड Janus Henderson ने भी पेटीएम में निवेश किया। Aditya Birla Mutual Fund और कई दूसरे घरेलू म्युचुअल फंड्स ने भी बोली लगाई।
कितना है प्राइस बैंड
अमूमन आईपीओ से पहले बड़े निवेशकों को फिक्स्ड प्राइस पर शेयर अलॉट किए जाते हैं। इससे आईपीओ की लोकप्रियता की थाह लेने में मदद मिलती है। पेटीएम का आईपीओ 8 नवंबर को खुलेगा और 10 नवंबर को बंद होगा। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। कंपनी ने जुलाई में 16,600 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए आवेदन किया था लेकिन फिर उसने इसे बढ़ाकर 18,300 करोड़ रुपये कर दिया। कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 2080-2150 रुपये तय किया है।
टॉप शेयरहोल्डर्स
इस आईपीओ के जरिए मौजूदा इनवेस्टर्स 10,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेंगे जबकि बाकी हिस्सा ताजा शेयरों का है। पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा, जापान का सॉफ्टबैंक, चीन का एंट ग्रुप और अलीबाबा तथा Elevation Capital कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे। शर्मा इसके जरिए आने वाली राशि का इस्तेमाल QBE Raheja के साथ फाइनेंशियल डील को फाइनेंस करने में करेंगे।
कैसे खरीदे आईपीओ
आईपीओ में अप्लाई करने के लिए आपके पास एक्टिव डीमैट अकाउंट होना चाहिए। आईपीओ में निवेश के लिए आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके अपना सकते हैं। आईपीओ के लिए आवेदन करने का सबसे प्रमुख तरीका ऑनलाइन तरीका है। इसे ASBA या एप्लीकेशन सपोर्ट ब्लॉक्ड अकाउंट भी कहा जाता है। इसमें आपको तब तक कोई राशि नहीं पड़ती जब तक आपको आवंटित शेयर नहीं मिल जाते। यह राशि कहीं भी ट्रांसफर नहीं की जाती है और न ही आपके उपयोग के लिए उपलब्ध होती है।
यदि आपको आईपीओ का आवंटन प्राप्त होता है, तो उस राशि को आपके बैंक खाते से काट लिया जाता है और संबंधित शेयरों को आपके डीमैट खाते में जोड़ दिया जाता है। अगर आपको आईपीओ शेयरों का कोई आवंटन नहीं मिलता है, तो उस राशि को बैंक द्वारा अनब्लॉक किया जाता है और आपको अपने उपयोग के लिए उन फंडों का उपयोग करने की अनुमति मिल जाती है।