कोटा। कोरोनाकाल के बाद नाम और नंबर बदलकर स्पेशल के नाम पर चलाई जाने वाली ट्रेनों के किराए में जल्द कमी आ सकती है। रेलवे बोर्ड ने जल्द ही पहली जैसी व्यवस्था होने के संकेत दिए हैं।
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने कहा कि शीघ्र ही रेलवे कोरोना काल से उबरकर पूर्व की स्थिति में आ जाएगी। इसको देखते हुए कोरोना काल में बढ़े यात्री किराए सहित रियायतों पर फिर से विचार किया जाएगा। स्पेशल ट्रेनों की जगह सामान्य गाड़ियों के रूप में ट्रेनों को चलाने पर विचार किया जाएगा।
स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट के लिए जहां अभी 30 रुपए लिए जा रहे हैं, जिसे शीघ्र ही कम किया जा सकता है। दीपावली के बाद इस पर विचार-विमर्श होगा। प्लेटफार्म टिकट पहले की तरह 10 रुपए का हो सकता है।
ज्ञातव्य है कि स्पेशल ट्रेनों का किराया भी स्पेशल कोरोना काल में बड़ी संख्या में ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। जब ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ तो उसे स्पेशल ट्रेन की तरह चलाया जाने लगा। इसमें यात्रियों को टिकट के दाम अधिक देने पड़ रहे हैं। प्लेटफार्म टिकट का दाम भी तीन गुना कर दिया गया। इसके पीछे तर्क दिया गया कि ट्रेनों में व प्लेटफार्म पर भीड़ कम होगी और कोरोना का संक्रमण नहीं फैलेगा।
बेटिकट यात्रियों से 13 करोड़ वसूले
बिना टिकट रेल यात्रियों की रोकथाम के लिए कोटा मंडल में चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक कुल 2.02 लाख मामले पकड़े और उनसे 13 करोड़18 लाख 87 हजार 591 रुपए जुर्माना वसूला है। सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल के नेतृत्व में कोटा मंडल के नागदा-कोटा, कोटा-मथुरा खंड में सघन टिकट जांच अभियान निरंतर चलाए गए। अक्टूबर माह में 36910 बेटिकट यात्री पकड़े और उनसे 2 करोड़ 22 लाख 17 हजार 287 रुपए जुर्माना वसूला।