IIT, NIT ज्वाइंट काउंसलिंग का प्रथम मॉक सीट आवंटन 22 को

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कोटा। देश के कुल 114 कॉलेजों की 52 हजार 453 सीटों के लिए जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग जारी है। विद्यार्थी 25 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व कॉलेज ब्रांचेंज की च्वाइसेज भर सकते हैं। ज्वाइंस सीट काउंसलिंग का प्रथम मॉक सीट अलोकेशन सोमवार, 22 अक्टूबर को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा। मॉक सीट अलॉकेशन में 21 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक जो विद्यार्थी अपनी कॉलेज च्वाइस भरेंगे, उनके आधार पर यह प्रथम मॉक सीट अलॉकेशन जारी किया जाएगा। प्रथम राउंड का सीट आवंटन 27 अक्टूबर को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा। यह काउंसलिंग प्रक्रिया 24 नवंबर तक छह चरणों में संपन्न होगी।

सीएस में बढ़ी 30 सीटें
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष 23 आईआईटी में 228 सीटें बढ़ाई गई है, जिसमें सीएस ब्रांच में इस वर्ष 30 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। सीएस ब्रांच विद्यार्थियों की सबसे पसंदीदा ब्रांच है इसीलिए विद्यार्थी आईआईटी को चुनते समय इस ब्रांच को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।

एएटी का परिणाम 23 अक्टूबर को
आहूजा ने बताया आईआईटी रूडकी, खडगपुर और बीएचयू की आर्किटेक्चर ब्रांच के लिए करवाए गए एएटी परीक्षा का परिणाम 22 अक्टूबर को जारी किया जाएगा। विद्यार्थी 22 अक्टूबर के बाद ही इस परीक्षा को क्वालीफाई कर इन तीनो आईआईटी के लिए जोसा काउंसलिंग में आर्किटेक्चर ब्रांच को अपनी कॉलेज चॉइस की प्राथमिकता सूची में भर सकते हैं।

च्वाइस फिलिंग में इन बातों का रखें ध्यान
आहूजा ने बताया कि आहूजा ने बताया कि विद्यार्थियों को च्वाइस फिलिंग का अवसर एक बार ही दिया गया है। विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों के विकल्प को अपनी प्राथमिकता के घटते क्रम में भरें। विद्यार्थी गत वर्षों की कॉलेजों की ओपनिंग एवं क्लोजिंग रैंकों को देखते हुए कॉलेजों को चुनने के ट्रेण्ड का अनुमान लगा सकते हैं। विद्यार्थी अपनी रैंक के अनुसार गत वर्षों की क्लोजिंग रैंक से नीचे की रैंक वाले कॉलेज ब्रांचों को भी अपनी रुचि अनुसार कॉलेज प्राथमिकता सूची के क्रम में शामिल करे।

जोसा काउंसलिंग में कॉलेजों को भरने से पूर्व अपनी प्राथमिकता के कॉलेजों की सूची कागज पर बनाकर उसका आंकलन कर ही ऑनलाइन भरें,ताकि गलती होने की संभावना ना रहे। विद्यार्थियों को कॉलेज च्वाइस लॉक करने से पूर्व अवश्य पूर्ण चेक करें क्योंकि लॉक करने के उपरान्त उसमें बदलाव संभव नहीं होंगे।