बूंदी समेत देश के सभी दूरदर्शन केंद्र तीन चरणों में होंगे बंद, जानिए क्यों

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नई दिल्ली/बूंदी। जल्द ही देश से प्रसार भारती दूरदर्शन का अस्तित्व मिट जायेगा। बूंदी समेत देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में संचालित प्रसार भारती दूरदर्शन केंद्र को तीन फेज में एनेक्सर वार बंद करने का निर्णय लिया गया है।

इसमें एनेक्सर बी के तहत देश के 151 जिसमें 108 डिजिटल ट्रांसमीटर रिले केंद्र हैं उनको 31 मार्च 2022 को, एनेक्सर सी तहत देश के 109 केंद्रों को 31 दिसंबर 2021 को और एनेक्सर डी के तहत 152 दूरदर्शन केंद्रों को 31 अक्टूबर को बंद कर दिया जाएगा। वहीं एनेक्सर ए के तहत आने वाले 54 केंद्र जो जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, सिक्किम, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप में स्थित हैं वहां यथास्थिति बनी रहेगी।

बिहार के विभिन्न जिले में संचालित दूरदर्शन केंद्र को भी बंद कर दिया जाएगा। 31 अक्टूबर से सहरसा के दिवारी स्थित हाई पावर दूरदर्शन ट्रांसमीटर केंद्र सहित भागलपुर एवं सीवान जिले के दूरदर्शन केंद्र बंद हो जाएंगे।

इसके अलावा 31 अक्टूबर को ही देश के विभिन्न राज्यों के शहर में स्थापित 152 प्रसार भारती दूरदर्शन केंद्रों को बंद किया जाएगा। जबकि साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर को बिहार के 15 जिले में स्थित केंद्रों सहित देश के सभी प्रसार भारती दूरदर्शन केंद्रों को भी बंद कर दिया जाएगा।

इन सभी दूरदर्शन केंद्रों को बंद का निर्णय प्रसार भारती लोक सेवा प्रसारक दूरदर्शन निदेशालय नई दिल्ली ने ले लिया है। केंद्र सरकार ने दूरदर्शन केंद्र बंद की एनेक्सर वार तिथि भी जारी कर दी है। अभी पूरे देश में 412 दूरदर्शन केंद्र संचालित हैं।

अगले महीने बंद हो जाएगा बूंदी का टीवी टावर
बूंदी में तारागढ़ दुर्ग की पहाड़ियाें पर बने दूरदर्शन के टीवी टावर (एचपीटी) से प्रसारण सेवाएं 31 अक्टूबर से बंद हो जाएंगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। असल में केबल, डीटीएच और ओटीटी के दौर में ट्रांसमीटरों की उपयोगिता खत्म हो गई है। इस टावर का उद्घाटन 27 जून 1993 में तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री केपी सिंह देव तथा पीएमओ में राज्यमंत्री भुवनेश चतुर्वेदी ने किया था।

अब सिर्फ एफएम के प्रसारण के लिए इस्तेमाल होगा इस्तेमाल
बूंदी एचपीटी के साइट इंजीनियर बीएल मीणा ने बताया कि ट्रांसमीटर बंद करने के आदेश मिल गए हैं। यहां पहले दो ट्रांसमीटर हुआ करते थे, एक पहले ही बंद कर दिया था, दूसरा अब कर रहे हैं। अब यहां से दूरदर्शन के प्रसारण की सेवाएं नहीं होंगी। यह टावर अब सिर्फ एफएम के लिए यूज होगा।