मुंबई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी दोनों बृहस्पतिवार को मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों के पैसा निकालने तथा वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक निपटान के अंतिम दिन बाजार करीब करीब स्थिर बंद हुआ।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान सीमित दायरे में रहा और अंत में 4.89 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 55,949.10 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 2.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की हल्की तेजी के साथ नये रिकार्ड स्तर 16,636.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एक प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचयूएल में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ, गिरावट वाले शेयरों में भारती एयरटेल, मारुति, भारतीय स्टेट बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और टाटा स्टील शामिल हैं।
आनदं राठी के इक्विटी शोध प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार की शुरूआत स्थिर रही और एशियाई बाजारों से मिली नकारात्मक खबर से कुछ समय के लिये मामूली गिरावट भी आयी। दक्षिण कोरिया के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में वृद्धि की है। वह पहला विकसित देश है, जिसने महामारी के दौरान यह कदम उठाया है।’’
उन्होंने कहा कि दोपहर कारोबार में कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आने का प्रयास दिखा। जून तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर रिकार्ड ऊंचाई पर रहने की रिपोर्ट से धारणा सकारात्मक रही।
सोलंकी के अनुसार हालांकि कारोबार समाप्त होने से पहले तेजी में कमी आयी और बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। इसका कारण रेटिंग एजेंसी मूडीज की रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के कारण बैंकों के लिये खुदरा और एसएमई (लघु एवं मझोले उद्यम) कर्ज खंड में संपत्ति को लेकर जोखिम बढ़ा है।
इस बीच, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल के शुक्रवार को जैक्सन होल में संबोधन से पहले अमेरिकी शेयर बाजार एस एंड पी 500 और नैस्दक रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सियोल नुकसान में रहें जबकि तोक्यो में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.85 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।