रेपो रेट यथावत, GDP ग्रोथ 9.5% रहने की उम्मीद : RBI

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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक समीक्षा समिति (MPC) हर दो महीने में होने वाली यह बैठक शुक्रवार को खत्म हो गई है। 3 दिन तक चले वाली इस बैठक में 6 सदस्यीय समिति ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने सुबह 10 बजे प्रेस से बातचीत में इसकी जानकारी दी। यानी नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

RBI ने रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% को जस का तस रखने का फैसला लिया। इसके पक्ष में MPC के 6 में से 5 सदस्यों ने वोट किया। गवर्नर दास ने कहा कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। तीसरी लहर के खिलाफ हमें सतर्क रहने की जरूरत है। नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव न होने से लोन EMI भरने वाले कर्जदारों को झटका लगा है। क्योंकि उन्हें कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थानों से राहत की संभावना न के बराबर हो गई है।

उम्मीद के मुताबिक इकोनॉमी ग्रोथ
MPC के मुताबिक इकोनॉमी ग्रोथ अच्छी है। इसे वैक्सीनेशन बढ़ने का सपोर्ट मिल रहा है। हालांकि, जून में महंगाई बढ़ी है। ऐसे में ग्रोथ के लिए पॉलिसी सपोर्ट की जरूरत है। गवर्नर ने कहा कि हमारा फोकस सप्लाई डिमांड को बेहतर करने पर है। रिजर्व बैंक ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए अपना अनुमान भी जस का तस रखा है, जो कि 9.5% है।

शहरी मांग सुधरने से महंगाई पर काबू पाने की उम्मीद
RBI ने 2021-22 के लिए रिटेल महंगाई दर 5.7% रहने का अनुमान जताया है। क्योंकि शहरी मांग में धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है। साथ ही ग्रामीण इलाकों में निजी खपत भी बढ़ रही है। गवर्नर ने कहा कि मई में रिटेल महंगाई का बढ़ना चिंताजनक रहा।