Saturday, April 27, 2024
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मेथी के दामों में सुधार; हल्दी में बिकवाली का दबाव, कलौंजी के भाव में तेजी की धारणा

नई दिल्ली। घटे भावों पर निर्यातकों एवं लोकल मांग में सुधार होने के कारण गत 2/3 दिनों के दौरान मेथी के दामों में 100/150 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार दर्ज किया है। और वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर एवरेज क्वालिटी मेथी का भाव रुपए प्रति क्विंटल बोला जाने लगा है।

सूत्रों का मानना है कि मेथी की वर्तमान कीमतों में अब मंदा संभव नहीं है। क्योंकि आगामी दिनों में मंडियों में मेथी की आवक घटनी शुरू हो जाएगी। जबकि अचार डालने वालों की लिवाली में सुधार होगा।

जिस कारण से भाव मजबूत रहने के अनुमान लगाया जा रहे हैं। भाव कम होने के कारण मेथी निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार फरवरी-2022 में मेथी का निर्यात 1921-46 टन का हुआ था जोकि फरवरी -2023 में बढ़कर 2075-10 टन एवं फरवरी-2024 में बढ़कर 3691.74 टन का हो गया है।

हल्दी में बिकवाली का दबाव : हल्दी बाजार में लगातार तेजी बनने के कारण आगामी सप्ताह में हल्दी कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। क्योंकि महाराष्ट्र की हिंगोली मंडी में लगभग एक सप्ताह के अवकाश होने के कारण आवक का दबाव बनेगा। इसके अलावा बाजार में मुनाफा वसूली बिकवाली भी आने की संभावना है। जिस कारण से अल्पकाल के लिए हल्दी के भाव घट सकते हैं।

मगर जल्द ही कीमतों में फिर तेजी का दौर शुरू हो जाएगा ,और आगामी दिनों में कीमतों में 20/25 रुपए प्रति किलो की तेजी बनने की संभावना है। वर्तमान में दिल्ली बाजार में हल्दी सिंगल पॉलिश गट्ठा का भाव 170 रुपए बोला जा रहा है।

वायदा बाजार में आज भाव मजबूती के साथ खुलने के कारण उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर हल्दी के भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहे। हालांकि वायदा में शाम के समय भाव मंदे के साथ बंद हुए हैं। अप्रैल का वायदा 132 रुपए एवं जून का 120 रुपए मंदे के साथ बंद हुआ।

कलौंजी के भाव में तेजी की धारणा : चालू सीजन के दौरान कलौंजी का उत्पादन कम होने के कारण मंडियों में आवक गत वर्ष की तुलना में काफी कम है।

उल्लेखनीय है कि प्रमुख उत्पादक मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में अप्रैल – 23 के अंत में कलौंजी की आवक 1600 बोरी की हो रही और कलौंजी का भाव 160/168 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा था।

जबकि वर्तमान में नीमच मंडी में कलौंजी की आवक 400/500 बोरी की हो रही और भाव 185/213 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा। चालू सप्ताह के शुरू में नीमच मंडी में कलौंजी का भाव 175/192 रुपए खुला था।

उत्पादन कम होने के कारण बाजार में धारणा तेजी की बनी हुई है। हाल-फिलहाल कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। सूत्रों का मानना है कि चालू सीजन के दौरान सलौनी का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत हो जाएगा। उत्पादक केन्द्रों की मंडियों सहित खपत केन्द्रों पर भी चालू सप्ताह के दौरान कलौंजी के भाव 15/20 रुपए प्रति किलो तेजी के साथ बोले गए।

Lok Sabha Elections: दूसरे चरण की सभी 88 सीटों पर कहां-कितना मतदान, जानिए

नई दिल्ली। Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को खत्म हो गया। दूसरे दौर में मणिपुर समेत 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग हुई है। इन सीटों पर कुल 1202 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहे। मणिपुर की बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट के 15 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हो चुका है, जबकि अन्य 13 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में मतदान हुआ है।

जिन 88 सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग हुई है उनमें 2019 में कुल 70.09 फीसदी वोट पड़े थे। सबसे ज्यादा 84.14 फीसदी मतदान मणिपुर की बाहरी मणिपुर सीट पर हुआ था। वहीं, सबसे कम 53.70 फीसदी मतदान कर्नाटक की बैंगलोर दक्षिण सीट पर दर्ज किया गया था।

राज्यवार मतदान के आंकड़े 
जिन राज्यों में वोटिंग हुई है उनमें पिछले चुनाव में मणिपुर, असम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में 80 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े थे। वहीं, बिहार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य थे जहां 65 फीसदी से कम वोटिंग हुई थी। 

राज्य2019 में वोटिंग %2024 में वोटिंग % (अंतिम नहीं)
उत्तर प्रदेश62.18%53.34
बिहार62.93%54.40
मध्य प्रदेश67.67%55.49
राजस्थान68.42%60.70
छत्तीसगढ़75.12%72.51
जम्मू कश्मीर72.50%67.62
कर्नाटक68.96%64.57
केरल77.84%65.12
महाराष्ट्र62.81%53.76
मणिपुर84.14%77.18
असम81.28%70.68
त्रिपुरा82.90%78.20
पश्चिम बंगाल80.66%71.84

कोटा-दानापुर-कोटा समर स्पेशल ट्रेन कल से हर शनिवार रात 9:25 बजे चलेगी

कोटा। रेल प्रशासन द्वारा ग्रीष्मावकाश में भीड़ को कम करने के लिए गाड़ी संख्या 09817/09818 कोटा-दानापुर-कोटा के मध्य साप्ताहिक समर स्पेशल ट्रेन दोनों दिशाओं में 27 अप्रैल से 30 जून के बीच साप्ताहिक रूप में चलेगी। पूर्व में जारी अधिसूचना में आशिक संशोधन किया गया है। यह गाड़ी अब कोटा से प्रत्येक शनिवार रात 09:05 बजे प्रस्थान के बजाय रात 09:25 बजे चलेगी।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि गाड़ी संख्या 09817 कोटा से दानापुर स्पेशल ट्रेन प्रत्येक शनिवार 27 अप्रैल से 29 जून 2024 तक से कोटा स्टेशन से प्रत्येक शनिवार रात 09:25 बजे प्रस्थान कर अगले दिन रविवार को सायं 06:30 बजे दानापुर स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09818 दानापुर से कोटा स्पेशल ट्रेन प्रत्येक रविवार 28 अप्रैल से 30 जून तक से दानापुर स्टेशन से रात्रि 09:30 बजे प्रस्थान कर अगले दिन सोमवार को रात 10:25 बजे कोटा पहुंचेगी।

गाड़ी के हाल्ट : यह गाड़ी दोनों दिशाओं में बारां, सालपुरा, छबरा गुगोर, रूठियाई, गुना, सागर, दमोह, कटनी, मैहर, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, मिर्जापुर, पं. दीन दयाल उपाध्याय, बक्सर एवं आरा स्टेशनों पर रुकेगी।

कोच सरंचना : इस गाड़ी में 1 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 4 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 1 वातानुकूलित इकोनॉमी तृतीय श्रेणी, 7 शयनयान श्रेणी, 2 सामान्य श्रेणी एवं 1 एसएलआरडी, 1 जनरेटर कार सहित कुल 17 कोच होंगे।

Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे हफ्ते गिरावट

नई दिल्ली। Forex Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 2.28 अरब डॉलर घटकर 640.33 अरब डॉलर रहा।

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार, बीते कई सप्ताह तक बढ़ने के बाद, 5.40 अरब डॉलर घटकर 643.16 अरब पर पहुंच गया था। यह पांच अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 648.56 अरब डॉलर के नये सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 19 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (Foreign Currency Assets ) 3.79 अरब डॉलर घटकर 560.86 अरब डॉलर रह गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।

गोल्ड रिजर्व बढ़ा
रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.01 अरब डॉलर बढ़कर 56.81 अरब डॉलर हो गया।

Lok Sabha Election: राजस्थान में शाम 5 बजे तक 59.19 फीसदी मतदान

जयपुर। Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के महासंग्राम में दूसरे चरण के लिए वोटिंग का समय समाप्त हो चुका। राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर 152 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। अब सबको 4 जून का इंतजार है, जब प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जनता के सामने होगा।

राजस्थान में शाम 5 बजे तक 59.19 फीसदी मतदान हुआ है। इन 13 सीटों में से कई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसमें जोधपुर, बाड़मेर-जैसलमेर, पाली, जालोर-सिरोही, राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा, टोंक-सवाई माधोपुर, कोटा-बूंदी, झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर मतदान हुआ।

वोटिंग को लेकर सभी सीटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। वहीं, दूसरे चरण में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की साख दांव पर लगी है।

दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
राजस्थान में आज लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही लोकसभा स्पीकर और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इनमें मेवाड़ और हाड़ौती परंपरागत रूप से भाजपा का गढ़ रही है, लेकिन इस बार इन क्षेत्रों में भी कांटे की टक्कर है। बता दें कि दूसरे चरण में 13 संसदीय सीटों पर कुल 152 प्रत्याशी मैदान में हैं। वहीं, कुल 28 हजार 758 मतदान केंद्रों पर 2 करोड़ 80 लाख 78 हजार 399 मतदाता थे। इसमें 26 हजार 837 सर्विस वोटर भी शामिल हैं। दूसरे चरण के इस चुनाव में 1 करोड़ 44 लाख 48 हजार 966 पुरुष और 1 करोड़ 36 लाख 02 हजार 272 महिला मतदाता के अलावा 324 थर्ड जेंडर मतदाता पंजीकृत थे। आंकड़ों के अनुसार 18 से 19 साल के एज ग्रुप वाले फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या 8 लाख 66 हजार 325 है।

सेंसेक्स 609 अंक टूट कर 73,730 पर और निफ्टी 22,450 से नीचे बंद

मुंबई। Stock Market Closed: शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन ब्रेक लग गया। शुक्रवार को शुरुआती बढ़त गंवाकर घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी लाल निशान पर बंद हुए।

देश में लोकसभा चुनाव के लिए हो रहे दूसरे चरण के मतदान के बीच शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 609.28 (0.81%) अंक टूटकर 73,730.16 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 150.40 (-0.67%) अंक फिसलकर 22,419.95 के  स्तर पर बंद हुआ।

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बढ़त के साथ शुरुआत करने के बाद, आज बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, मारुति सुजुकी, एचसीएल टेक और एसबीआई के शेयरों पर दबाव के कारण भारतीय शेयर बाजार में जारी पांच दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया।

निफ्टी के टॉप गेनर्स
टेक महिंद्रा में शुरुआती कारोबार में ही 10 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई। बाद में इस स्टॉक में कुछ प्रॉफिट बुकिंग हुई और यह 7.50 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। डिविस लैब, एलटीआई माइंड ट्री, बजाज ऑटो निफ्टी के टॉप गेनर्स रहे। निफ्टी आईटी इंडेक्स में आज अच्छी तेज़ी रही और वह हरे निशान में बंद हुआ। हालांकि विप्रो जैसे लार्जकैप आईटी स्टॉक ऊंचे लेवल से प्रॉफिट बुकिंग का शिकार हुए ।

निफ्टी के टॉप लूज़र्स
बजाज फाइनेंस में आज 7.73 प्रतिशत की गिरावट रही और वह निफ्टी 50 लिस्ट में टॉप लूज़र रहा। कोटक महिंद्रा बैंक में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही. बजाज फिनसर्व और इंडसइंड बैंक टॉप लूज़र्स रहे। मार्केट में स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन में कमज़ोर तिमाही नतीजे वाले स्टॉक गिर गए, जिनमें बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक नेस्ले इंडिया प्रमुख हैं।

नोटा को बहुमत मिले तो दोबारा हो इलेक्शन, सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग को नोटिस

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज वोटिंग के बाद ईवीएम का हर वीवीपैट की पर्ची से मिलान की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। इसी के साथ कोर्ट में आज चुनाव से संबंधित एक ओर याचिका दायर हुई है, जिसपर चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिया है।

सुप्रीम कोर्ट में दायर इस याचिका में एक ऐसा नियम बनाने का निर्देश देने की मांग की गई है कि जिसमें यदि नोटा को बहुमत मिलता है, तो विशेष निर्वाचन क्षेत्र में हुए चुनाव को रद्द घोषित किया जाए और निर्वाचन क्षेत्र में नए सिरे से चुनाव कराया जाए।

याचिका में यह भी कहा गया कि इसमें यह भी नियम बनाया जाए की नोटा से कम वोट पाने वाले उम्मीदवारों को 5 साल की अवधि के लिए सभी चुनाव लड़ने से रोक दिया जाए और नोटा को “काल्पनिक उम्मीदवार” के रूप में माना जाएगा।

जनहित याचिका मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक शिव खेड़ा ने डाली थी। शिव खेड़ा की ओर से पेश वकील गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि यह इस मामले पर विचार करना जरूरी है।

उन्होंने गुजरात के सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा नेता की निर्विरोध जीत का भी जिक्र किया और कहा कि वहां वो रेस में अकेले थे, इसलिए वो जीत गए। उन्होंने कहा कि वहां कोई उम्मीदवार ही नहीं बचा था, इसलिए नोटा को भी एक उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए।

इसके बाद मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ याचिकाकर्ता शिव खेड़ा द्वारा उठाए गए मुद्दों पर विचार करने के लिए सहमत हुई।

Turmeric Future: हल्दी वायदा पर NCDEX ने लगाया अतिरिक्त मार्जिन, जानिए क्यों

नई दिल्ली। Turmeric Future: बीते कुछ दिनों से हल्दी की वायदा कीमतों में काफी तेजी देखी जा रही है। इस तेजी को देखते हुए कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) ने इसके वायदा कारोबार पर E-ASM लगा दिया है। यह मार्जिन कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव के दौरान लगाया जाता है। हल्दी के वायदा भाव बीते दो सप्ताह के दौरान 20 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुके हैं।

कमोडिटी एक्सचेंज NCDEX ने हल्दी के वायदा कारोबार पर 2.5 फीसदी की दर से E-ASM लगा दिया है। यह अतिरिक्त मार्जिन 17 मई तक प्रभावी रहेगा। साथ ही यह मार्जिन सभी मौजूदा अनुबंधों और आगे 17 मई तक लॉन्च होने वाले अनुबंधों पर भी लागू होगा। यह मार्जिन 5 दिन में हल्दी वायदा भाव 10 फीसदी और 10 दिन में 15 फीसदी उतार-चढ़ाव आने पर लागू हो जाएगा।

क्यों लगाया अतिरिक्त मार्जिन
इवेंट आधारित अतिरिक्त मार्जिन किसी जिंस के भाव में भारी उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने के लिए लगाया जाता है। अभी हल्दी पर यह मार्जिन लगाने की वजह इसके वायदा भाव तेजी से बढ़ना है। NCDEX पर हल्दी का अगस्त अनुबंध 12 अप्रैल को 16,578 रुपये के भाव पर बंद हुआ था, जो आज बढ़कर 19,998 रुपये क्विंटल तक पहुंच गया। बुधवार को तो यह 20,600 रुपये के करीब पहुंच गया था। बीते दो सप्ताह के दौरान हल्दी के वायदा भाव 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं।

क्यों आ रही है तेजी
हल्दी के दाम बढ़ने की वजह इसका उत्पादन घटने से आवक कमजोर पड़ना है। कारोबारी अनुमान के मुताबिक इस साल देश में हल्दी का उत्पादन घटकर 50 से 55 लाख बोरी रह सकता है, जो पिछले साल के 80 से 85 लाख बोरी (60 किलो) उत्पादन से काफी कम है। उत्पादन कम होने से मंडियों में इसकी आवक भी घट रही है।

हल्दी की आवक
जिंसों की आवक और दाम के आंकड़े रखने वाली एजेंसी एगमार्कनेट (agmarknet) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार एक से 25 अप्रैल की अवधि के दौरान मंडियों में 22,633 टन हल्दी की आवक हुई, जो पिछली समान अवधि में हुई 70,052 टन आवक से 67.69 फीसदी कम है।

Lok Sabha Election: ओम बिरला की हैट्रिक रोकने के लिए गुंजल ने हर दांव-पेच आजमाए

दिनेश माहेश्वरी
कोटा।
Lok Sabha Election Kota: मुकाबला जब एक ही अखाड़े से निकले दो पहलवालों के बीच हो तो हार-जीत का फैसला आसान नहीं होता। कुछ ऐसा ही दिलचस्प अखाड़ा बना है एजुकेशन हब कोटा में । इस सीट पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का मुकाबला इस बार उनके करीबी दोस्त और भाजपा में साथ काम करने वाले प्रह्लाद गुंजल से है।

बिरला की कमजोर नब्ज से वाकिफ गुंजल ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें आराम से नहीं बैठने दिया। कांग्रेस उम्मीदवार गुंजल उन सभी स्थानीय मुददों को हवा दे रहे हैं जिससे बिरला की कार्य क्षमता पर सवाल उठे। बिरला ने पूरा चुनाव नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने और केंद्र सरकार के कामकाज को आधार बनाकर लड़ा है।

वह यहां से दो बार लोकसभा और तीन बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि इस बार लोकसभा में उनकी हैट्रिक तय है। लेकिन, गुंजल भी हैट्रिक रोकने के लिए हर दांव-पेच को आजमा रहे हैं। आम तौर पर कोटा की राजनीतिक जमीन भाजपा के मुफीद रही है लेकिन इस बार भाजपा से ही निकलकर आए गुंजल ने बिरला की जीत की राह मुश्किल बना दी है।

जातीय समीकरण : मुस्लिम मतदाता करीब 2.70 लाख हैं। मीणा मतदाता 2.25 लाख, ब्राह्मण 2.05 लाख, वैश्य 1.20 लाख, राजपूत 1.15 लाख हैं। अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या करीब 4.6 लाख है। राजपूतों में भाजपा के प्रति नाराजगी नजर आ रही है। लेकिन कोटा में हालिया धार्मिक अनुष्ठानों से भाजपा को फायदा मिल सकता है।

मोदी का चेहरा बनाम एयरपोर्ट की लड़ाई
ओम बिरला पीएम मोदी के चेहरे, राम मंदिर,अनुच्छेद-370 जैसे मुददों को उठा रहे हैं। वहीं, गुंजल ने कोटा एयरपोर्ट मामले को इतना बड़ा बना दिया है कि बिरला को बार-बार दोहराना पड़ रहा है कि इसके पीछे कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ही जिम्मेदार है। गुंजल हर जगह यह कहते दिख रहे हैं कि लोकसभा स्पीकर होने के बावजूद वह अपनी ताकत नहीं दिखा सके। ताकत का अंदाजा तब होता जब प्रधानमंत्री की तरफ से स्वीकृत 50 एयरपोर्ट में कोटा का भी नाम होता।

बिरला शहरी, गुंजल गांवों की आवाज
प्रहलाद गुंजल का सियासी करियर भी उतना ही लंबा है जितना ओम बिरला का। गुंजल दो बार विधायक रहे हैं। शहरी आबादी में जहां बिरला मजबूत स्थिति में नजर आते हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में लोग गुंजल को सुन रहे हैं। पूरे लोकसभा क्षेत्र के दो बड़े हिस्से कोटा और बूंदी को लेकर भी मतदाता बंटे नजर आ रहे हैं। बूंदी के मतदाताओं का मानना है कि उनका इलाका विकास में पिछड़ गया है।

दोनों दलों की अंदरूनी राजनीति भी दिखाएगी रंग
गुंजल के लिए कांग्रेस नई पार्टी है लेकिन वह गहलोत सरकार के विकास कार्यों को आधार बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, गुंजल के कांग्रेस में आने और टिकट मिलने से पार्टी में भितरघात का खतरा बना हुआ है। गुंजल कभी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी रहे हैं ऐसे में राजस्थान में पार्टी के अंदर की राजनीति भी कोटा के चुनाव को प्रभावित कर सकती है। बिरला के खिलाफ गुंजल की लड़ाई में उनके पुराने संगठन भाजपा से जुड़े कुछ नेता भी मदद कर रहे हैं।

20.8 लाख मतदाता तय करेंगे हार-जीत
कोटा-बूंदी में करीब 20 लाख 88 हजार मतदाता हैं, जिसमें पुरुष और महिला मतदाताओं की संख्या में कोई खास अंतर नहीं है। करीब दस लाख 72 हजार पुरुष मतदाता हैं और महिला मतदाताओं की संख्या दस लाख 15 हजार है। इस सीट पर 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

Lok Sabha Election: राजस्थान में 11 बजे तक 26.84% मतदान, जानिए कहां कितना प्रतिशत

जयपुर। Rajasthan Lok Sabha Election: राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीटों में से 13 सीटों पर शुक्रवार को मतदान हो रहा है। पहले चरण में 12 सीटों पर चुनाव के बाद अब बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, कोटा और भीलवाड़ा आदि शेष सभी तेरह सीटों पर वोटिंग करवाई जा रही है। राजस्थान में 11 बजे 26.84 प्रतिशत मतदान हुआ है। भाजपा प्रत्याशी महेंद्र जीत सिंह मालवीया और बीएपी प्रत्याशी राजकुमारी रोत वाली बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर सर्वाधिक 30.04 मतदान हुआ है।जबकि टोंक-सवाई माधोपुर में सबसे कम 24% मतदान हुआ है।

सुबह 11 बजे तक वोटिंग प्रतिशत
राजसमंद- 23.97 %
भीम- 26.81 %
नाथद्वारा- 28.50 %
कुंभलगढ़- 25.37 %
ब्यावर- 28.04 %
मेड़ता- 24.51 %
डेगाना- 22.81 %
जैतारण- 25.06 %
अजमेर- 24.43%
बांसवाड़ा- 30.04%
बाड़मेर- 29.58%
भीलवाड़ा- 25.15%
चित्तौड़गढ़- 26.48%
जालौर- 28.50%
झालावाड़-बारां- 28.88%
जोधपुर- 25.75%
कोटा- 28.30%
पाली- 24.62%
राजसमंद- 25.58%
टोंक-सवाई माधोपुर- 24.00%
उदयपुर- 27.46%

पश्चिमी सरहद पर बसे बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में शुक्रवार सुबह तक मतदान को लेकर कहीं कम तो कहीं अपार उत्साह नजर आया। कई ग्रामीणांचलों में सुबह मतदान की शुरुआत के साथ ही बूथों पर मतदाताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। महिलाएं, विशेष योग्यजन मतदाता और वृद्धजन अपने परिजनों के साथ वोट डालने पहुंचे। कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच लोगों ने अपना वोट डाला।