किसान आंदोलन के बंट रहे पीले चावल, खेतों में जाकर कर रहे जनसंपर्क

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भारतीय किसान संघ का जयपुर कूच 16 को, ग्राम सभाओं में बन रही रणनीति

कोटा। इन दिनों गांवों में पीले चावल बंट रहे हैं। केवल विवाह समारोह में बुलाने के लिए नहीं, बल्कि आन्दोलन का आमंत्रण देने के लिए। भारतीय किसान संघ का प्रदेशव्यापी आन्दोलन जयपुर में 16 मई से प्रारम्भ होगा। जिसके लिए कार्यकर्ता गांव गांव में पहुंचकर लोगों को प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के बारे में बता रहे हैं।

किसान संघ के कार्यकर्ता खेतों में और मेढ़ों पर बैठकर लोगों से जयपुर चलने की बात समझा रहे हैं। वहीं ग्राम सभाएं कर आंदोलन की रणनीति तैयार कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष गिरिराज चौधरी ने बताया कि जिले में कोटा शहर के अलावा कैथून, देवली, कनवास, सांगोद, मंडाना, रामगंजमण्डी, चेचट, सुल्तानपुर, दीगोद, इटावा, खातौली समेत विभिन्न क्षेत्रों में सघन जनसंपर्क चल रहा है। जिले भर से 50 बसें जयपुर कूच करेंगी। इसके अलावा निजी वाहन और ट्रेन से भी किसान जयपुर पहुंचेंगे।

अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालेंगे
भारतीय किसान संघ चितौड़ प्रांत के प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि जयपुर में सचिवालय घेराव के साथ अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालेंगे। इस दौरान किसान अपने साथ सूखा आटा, दालें और अन्य खाद्य सामग्री लेकर जाएंगे। प्रदेश के मांगपत्र में जिले की समस्याओं को भी महत्व दिया गया है।

कोटा जिले की मांगें रखी मांगपत्र में
मांगपत्र में बांस्याहेड़ी परियोजना, रामगंजमंडी में आमझर नदी पर बड़ौद आंतरी ग्राम परियोजना, आहू नदी परियोजना पर काम शुरू कराने, चंबल की नहरों का जीर्णोद्धार कराने, कोटा के लिए बीज लैब, सूक्ष्म सिंचाई एवं ट्रेनिंग सेंटर, लहसुन प्रोसेसिंग यूनिट, मिनी फूड पार्क, रामगंजमंडी और चैचट को तकली बांध से जोड़ने, लाडपुरा व मंडाना के सूखे क्षेत्र को चंबल नदी से सिंचाई का पानी देने, पार्वती नदी पर एनीकट बनाने, परवन सिंचाई परियोजना के लिए बजट जारी करने, पूर्वी नहर परियोजना के लिए निगम बनाकर प्रस्तावित 9600 रुपए की राशि जारी करने संबंधी कईं मांगों को रखा गया है।