इंदौर। G20 Meet Indore: भारत की अध्यक्षता में जी-20 समूह के कृषि प्रतिनिधियों की पहली बैठक का आयोजन आज से इंदौर में किया जाएगा। 13-15 फरवरी तक चलने वाली इस बैठक में समूह के सदस्य देशों, अतिथि राष्ट्रों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 100 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
पहले दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे। बैठक में कृषि संबंधी मामलों पर विमर्श के लिए पहले दिन दो कार्यक्रम तय किए गए हैं। मंगलवार को बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाग लेंगे। समूह बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को बोलिया सरकार छत्री से राजवाड़ा तक हेरिटेज वॉक भी कराई जाएगी।
राजवाड़ा पर मेहमानों को इंदौर के मशहूर सराफा, 56 दुकान की सिंग्नेचर डिश भी परोसी जाएगी। इसके अलावा प्रतिनिधि मांडू भी जाएंगे। वहां भी जहाज महल पर उन्हें भोज दिया जाएगा। मांडू ट्रिप के दौरान वे खेतों में जाएंगे। जहां कृषि विशेषज्ञ उन्होंने फसल, कृषि की नई तकनीक आदि की जानकारी भी देंगे। बैठक में इटली, जापान, इजिप्ट, मारिशस, नीदरलैंड्स, चीन, कनाड़ा, ब्राजील सहित कई देशों के 89 प्रतिनिधि भाग ले रहे है।
जी20 बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत भी पारंपरिक अंदाज में किया है। चंदेरी और बाग प्रिंट के दुप्पटों से प्रतिनिधियों का स्वागत किया जा रहा है। उनकी एंट्री पर राजस्थानी कलाकार ढोल बजा रहे है और घोड़ा नृत्य कर रहे है। फार्मर कार्नर भी रहेगा। उसमें किसानों के उत्पाद भी रहेंगे। फार्मर कार्नर को भी ग्रामीण परिवेश में सजाया गया है। स्टॉल बांस की झोपड़ी के बनाए गए है। गांवों में उपयोग में लाए जाने वाले बर्तन, घट्टी, सिलबट्टे भी रखे गए है। अलीराजपुर के किसान महूए से बने उत्पाद भी यहां रखेंगे।
जी-20 समूह में एग्रीकल्चर ग्रुप की पहली बैठक इंदौर में हो रही है। दूसरी बैठकें चंड़ीगढ़, वाराणसी और देहरादून में होगी। कृषि के क्षेत्र मे बदलाव लाने के लिए हो रहे उपायों, जनभागीदारी, तकनीक सहित अन्य विषयों पर मंथन होगा। जी-20 समूह में अलग-अलग विषयों पर चर्चा होगी। दूसरे चरण में फिर इंदौर को उसके लिए चुना जा सकता है।
पहले दिन प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। शाम को प्रतिनिधियों को भोज दिया जाएगा।
दूसरे दिन 14 फरवरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठक में शामिल होंगे। विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधि कृषि के क्षेत्र में होने वाली स्मार्ट वर्किंग, कृषि में ड्रोन का इस्तेमाल, नई तकनीक सहित अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे। तीसरे दिन तकनीकी सत्र होंगे। जिसमें संबंधित सदस्य और अंतर्राष्ठ्रीय संगठनों की भागीदारी होगी।