भारत LAC और LoC पर हर हालात से निपटने को तैयार: रक्षा मंत्रालय

0
208

नई दिल्ली। चीन की विस्तारवाद की कोशिश और पाकिस्तान के द्वारा आतंकवाद को पराश्रय देनेा, आदत बन चुकी है। हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसने की नाकाम कोशिश की थी।

इस बीच रक्षा मंत्रालय ने चीन और उसके सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए शनिवार को कहा कि भारतीय सेना सैन्य आधुनिकीकरण और भारत के विरोधियों की आक्रामक कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सभी तरह के सैन्य हालात से निपटने के लिए तैयार है।

मंत्रालय ने यह भी कहा कि सेना मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उभरते खतरों की लगातार निगरानी और समीक्षा करते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थिरता और प्रभुत्व सुनिश्चित करने की भारत की इच्छा के अनुरूप अपनी अभियानगत तैयारियों को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

रक्षा मंत्रालय ने साल के अंत में समीक्षा में इसका जिक्र किया है। एलओसी (पाकिस्तान के साथ) की स्थिति का उल्लेख करते हुए, मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल फरवरी से भारतीय और पाकिस्तानी दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष विराम की सहमति के साथ स्थिति अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रही है।

मंत्रालय ने कहा, ‘2020 में संघर्ष विराम उल्लंघन की 4645 घटनाओं की तुलना में, फरवरी 2021 में हुए समझौते के बाद से केवल तीन छोटी घटनाएं दर्ज की गई हैं, 2022 में केवल एक घटना हुई।’

मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान ने ‘छद्म युद्ध के ढांचे’ को बरकरार रखा है और आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों की सक्रियता, आतंकी ठिकाने में आतंकवादियों की मौजूदगी और लगातार घुसपैठ के प्रयास उस देश की ‘मंशा’ को साबित करते हैं।

मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ‘नार्को-टेरर’ गठजोड़ का फायदा उठाना जारी रखे हुए है और बेकसूर युवाओं के हाथ में हथियार और ग्रेनेड थमाकर कमजोर नागरिकों को निशाना बनाने के लिए प्रेरित करता है।

मंत्रालय ने कहा है कि सेना ने लगातार उग्रवाद-विरोधी और आतंकवाद-रोधी अभियानों को अंजाम दिया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उभरते तथा भविष्य के खतरों की लगातार निगरानी एवं समीक्षा करते हुए उच्च प्रशिक्षण मानकों को बनाए रखा है।