बॉर्डर पर अब डंके की चोट पर हो रहा निर्माण, शिलांग में बोले पीएम मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस स्वर्ण जयंती समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।

पीएम मोदी ने कहा कि जिस प्रकार फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 वर्षों में हमने नॉर्थ ईस्ट के विकास के रास्ते में अनेक रुकावटों को रेड कार्ड दिखा दिया। उन्होंने कहा कि खेलों को लेकर केंद्र सरकार आज एक नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं मेघालय के सभी भाइयों और बहनों को कनेक्टिविटी, शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार योजनाओं के लिए बधाई देता हूं जो राज्य को समर्पित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत, संवाद ही बेहतर नहीं होता। बल्कि इससे टूरिज्म से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती हैं, अवसर बढ़ते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हम भ्रष्टाचार, पक्षपात, भाई-भतीजावाद, हिंसा, परियोजनाओं को ठप करने और वोट बैंक की राजनीति को दूर करने के लिए ईमानदार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं कि इन बीमारियों की जड़ें काफी गहरी होती हैं। इसलिए, हम सभी को मिलकर इसे जड़ से उखाड़ना होगा।’ पीएम मोदी ने कहा कि पहले पूर्वोत्तर को विभाजित करने का प्रयास किया गया था। आज के समय हम इन विभाजनों को दूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर अलग-अलग समुदाय हो या फिर अलग-अलग क्षेत्र, हम हर प्रकार के डिविजन को दूर कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में नया बुनियादी ढांचा युवाओं के लिए अधिक अवसर लाएगा। उन्होंने कहा, ‘आईआईएम और प्रौद्योगिकी पार्कों के उद्घाटन से राज्य के युवाओं के लिए शिक्षा के साथ-साथ आजीविका बढ़ाने में मदद मिलेगी।’

पीएम मोदी ने कहा कि जब हमने केंद्र सरकार की प्राथमिकताएं बदलीं तो उसका सकारात्मक असर पूरे देश में दिख रहा है। इस साल केंद्र सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर पर 7 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। 8 साल पहले, यह 2 लाख करोड़ रुपये से भी कम था। आजादी के 7 दशक बाद, हम केवल 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचे हैं।

पीएम मोदी ने कहा है कि हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट हमारे बॉर्डर एरिया, आखिरी छोर नहीं बल्कि सुरक्षा और समृद्धि के गेटवे हैं। राष्ट्र की सुरक्षा भी यहीं से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार भी यहीं से होता है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज डंके की चोट पर बॉर्डर पर नई सड़कें, नई टनल, नए पुल, नई रेल लाइन, नए एयर स्ट्रिप बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि जो सीमावर्ती गांव कभी वीरान हुआ करते थे, हम उन्हें वाइब्रेंट बनाने में जुटे हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस समारोह में बोलते हुए कहा कि हमने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में NEC की बैठक संपन्न की है। प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल NEC के कार्यों की सराहना की है बल्कि क्षेत्र के विकास का रोड मैप भी तैयार किया है। उन्होंने कहा कि अगर आप 8 साल पहले मौजूद पूर्वोत्तर और आज मौजूद पूर्वोत्तर की तुलना करें तो आप पाएंगे कि नरेंद्र मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पूर्वोत्तर शांति और विकास की राह पर चल रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इससे पहले, पूर्वोत्तर के लिए बजट आवंटित किया गया था, लेकिन लागू नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद कई बदलावों के साथ बजट आज गांवों तक पहुंचा है और इसे वास्तविक काम में बदलते हुए देखा जा सकता है।’

उग्रवाद की घटनाओं में 74% की गिरावट : उन्होंने कहा कि साल 2014 से पहले पूरा पूर्वोत्तर शटडाउन, हड़ताल, बम विस्फोट और गोलीबारी के लिए जाना जाता था। विभिन्न संगठनों के उग्रवादियों ने पूर्वोत्तर के लोगों को प्रभावित किया, स्थानीय पर्यटन और उद्योग भी नहीं बढ़ रहे थे। 8 वर्षों के भीतर उग्रवाद की घटनाओं में 74% की गिरावट देखी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूर्वोतर में सुरक्षाकर्मियों पर हमलों की घटनाओं में 60 प्रतिशत तक की कमी आई है।