नई दिल्ली। मंच पर मोदी हों तो दर्शकों की उत्सुकता देखते ही बनती है। देश में तो ऐसे नजारे आम हैं लेकिन परदेस में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जलवा कुछ कम नहीं। बर्लिन में कल जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समुदाय के बीच पहुंचे तो लोगों का जोश देखने लायक था। जयश्री राम की गूंज, मोदी-मोदी के नारे के बीच जर्मनी में बसे भारतीयों ने दिल खोलकर मोदी का वेलकम किया। ये गर्मजोशी और उत्साह मंच पर कार्यक्रम के संचालक से लेकर सामने मौजूद 1600 से ज्यादा भारतीयों में दिखाई दे रहा था। जर्मनी में आज के समय में 2 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं।
…और गूंज उठा मोदी-मोदी
अनाउंसमेंट हो चुका था। मोदी मंच पर आने ही वाले थे और लोग अपनी जगह पर खड़े हो गए थे। सबने कैमरे निकाल लिए थे। कुछ ने रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी। मोदी के मंच पर आते ही वंदे मातरम के नारे लगने लगे। लोगों ने तस्वीरें क्लिक करनी शुरू कर दी। वे उस ऐतिहासिक पल को हमेशा के लिए संजोकर रख लेना चाहते थे। महिलाओं के चेहरे पर पीएम नरेंद्र मोदी को देखने की खुशी झलक रही थी।
मोदी को सुनने आया था ‘मिनी इंडिया’
सभी चेहरे खिलखिला रहे थे। तिरंगा झंडा लिए भारतीय भी अपनी पारंपरिक पोशाक में आए थे। कुछ लोगों ने मोदी की तरह सदरी पहन रखी थी तो ज्यादातर महिलाएं साड़ी में आई थीं। भारतीयों की इस खुशी को देखकर वहां मौजूद कुछ जर्मन भी आश्चर्यचकित होकर सब देख रहे थे। राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई और भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे। उस पल ऐसा लग रहा था जैसे यह जर्मनी नहीं अपना देश हो।
प्रधानमंत्री तीन देशों की यात्रा पर हैं। पहले पड़ाव में वह कल जर्मनी में थे। आधिकारिक सम्मेलन, समझौतों के बीच उन्होंने वहां बसे भारतीय समुदाय से मिलने का वक्त निकाला। मोदी ने यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि युवा और महत्वाकांक्षी भारत ने तेजी से विकास हासिल करने के लिए राजनीतिक स्थिरता की जरूरत को समझा और महज एक बटन दबाकर तीन दशकों की अस्थिरता खत्म कर दी। मोदी ने कहा, ‘21वीं सदी का यह समय भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज के भारत ने अपना मन बना लिया है, वह संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। जब देश संकल्प लेता है, तब वह नये रास्तों पर चलता है और इच्छित लक्ष्यों को प्राप्त करके दिखाता है।’
नया भारत जोखिम लेने के लिए तैयार
मोदी प्रधानमंत्री का एक घंटे का संबोधन बर्लिन के ‘थिएटर एम पोस्टडैमर प्लात्ज’ में हुआ। यहां आए प्रवासी भारतीयों ने ‘भारत माता की जय’, ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘2024, मोदी फिर एक बार’ नारे लगाए। इस कार्यक्रम में जर्मनी में भारतीय समुदाय के 1600 से ज्यादा सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें छात्र, शोधकर्ता और पेशेवर शामिल थे। उनके बीच मोदी ने कहा, ‘नया भारत अब एक सुरक्षित भविष्य के बारे में नहीं सोचता है, बल्कि जोखिम लेने के लिए तैयार है, नया करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
भारत में 2014 के आसपास 200-400 स्टार्ट-अप थे, आज 68,000 स्टार्ट अप और दर्जनों यूनिकॉर्न हैं…जिनमें से कुछ पहले ही 10 अरब डॉलर के आकलन के साथ डेका-कॉर्न बन गए हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय में, जब दुनिया गेहूं की कमी से जूझ रही है, भारत के किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा, ‘जब भी मानवता संकट का सामना करती है, भारत एक समाधान के साथ आगे आता है। यह नया भारत है, यही नये भारत की ताकत है।’