बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए आयु एम्बेसडर बनेंगे 2 हजार से अधिक युवा

0
280

कोटा। भारत के कोने-कोने तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से कोटा से शुरू किया गया नवाचार आयु ऐप अब गांव-कस्बों तक रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाएगा। आयु ऐप ने देश के हर कोने से युवाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में नई पहल की है, जिससे लोगों में रोजगार के साथ-साथ स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता भी लाई जाएगी। रोजगार के ये अवसर आयु एम्बेसेडर के रूप में युवाओं को दिए जाएंगे।

मेडकॉर्ड्स आयु ऐप के को-फाउंडर श्रेयांस मेहता ने बताया कि आयु ऐप की सेवाएं शहरों के साथ गांव, ढाणी और कस्बों तक पहुंच रही हैं और लोग इसका बड़े स्तर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। आयु ऐप का उद्देश्य हर भारतवासी तक सबसे तेज, सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना है।

श्रेयांश मेहता ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि आज का समय टेक्नोलॉजी का है, फेसबुक और व्हॉट्सऐप जैसी सुविधाएं गांवों में बखूबी इस्तेमाल की जा रही हैं तो क्यों नहीं घर बैठे स्वास्थ्य सुविधाएं भी पहुंचाई जाएं और टेक्नोलॉजी का सही दिशा में प्रयोग किया जाए। इससे अस्पतालों में सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लगने वाली भीड़ से भी मुक्ति मिलेगी और भारत का स्वास्थ्य पारिस्तिथिकी तंत्र भी मजबूत होगा।

इस उद्देश्य के लिए आयु ऐप भारत के कोने-कोने से युवाओं को जोड़कर लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाएगा, इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है। हर क्षेत्र के युवाओं के साथ जुड़कर लोगों में जागृती लाई जाएगी की कैसे आयु ऐप से घर बैठे दवाईयां मंगवा सकते हैं, घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श ले सकते हैं, लैब टेस्ट की सुविधा और यहां तक की अपने संपूर्ण परिवार की हेल्थ आईडी भी आयु ऐप पर बनाई जा सकती है वो भी फ्री में। इसे आप जब चाहें जहाँ चाहें अपने हेल्थ रिकॉर्ड्स को एक्सेस कर सकते हैं।

मेडकॉर्ड्स आयु ऐप के को-फाउंडर निखिल बाहेती ने बताया कि यह पहल युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के साथ ही अस्पतालों पर अनावश्यक रुप से पड़ने वाले दबाव को भी कम करने में मदद करेगा।  मेडकॉर्ड्स आयु एप के को-फाउंडर सैदा धनावत ने बताया कि गांवों में मोबाइल का उपयोग बढ़ रहा है। लोग मोबाइल फ्रेंडली होकर खरीदारी और बैंक के कार्य करने लगे हैं। ऐसे में वे इसी मोबाइल के माध्यम से क्यों न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी लें। लोगों को जागरुक किया जाएगा ताकि छोटी-छोटी बातों के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर नहीं आना पड़े। गांव में बैठे-बैठे शहर के बड़े-बड़े चिकित्सकों से परामर्श ले सकें।

ऐसे करें आवेदन
आयु एप के आयु एम्बेसेडर बनने के लिए युवाओं को जुड़ने के लिए मोबाइल नं. 7816811111 पर संपर्क कर सकते हैं तथा  वाट्सअप नं. 9024467435 जानकारी लेकर जुड़ा जा सकता है। इसके साथ ही aayu.ambassador@medcords.com पर मेल भी किया जा सकता है।

देश में सबसे पहले हेल्थ कार्ड शुरू किया
श्रेयांस मेहता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में आयुष्मान भारत के तहत देशवासियों को हेल्थ हिस्ट्री रखने और उसी के अनुसार इलाज करने की बात कही। हालांकि प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में जारी की गई गाइडलाइन पर मेडकॉर्ड्स साल 2017 से ही काम कर रहा है और बड़ी संख्या में देशवासियों को लाभ दे रहा है। उनकी हेल्थ हिस्ट्री के हिसाब से ही इलाज किया जा रहा है। देश में सबसे पहले हेल्थ कार्ड जारी करने का श्रेय भी मेडकॉर्ड्स को जाता है।  

35 लाख परिवार, 30 हजार से अधिक मेडिकल स्टोर्स
ऐप के को-फाउंडर निखिल बाहेती का कहना है कि अब तक 35 लाख से अधिक परिवार आयु ऐप से जुड़कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। वहीं 30 हजार से अधिक मेडिकल स्टोर्स और 5 हजार से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स इस ऐप से जुड़कर लोगों तक सबसे तेज, सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सुविधा पहुँचाने में मदद कर रहे हैं।

मेडकॉर्ड्स की उपलब्धियां
सैदा धनावत ने बताया कि आयु ऐप अपनी सेवाओं के बल पर भारत का बेहतर एप साबित हो रहा है। कोविड टाइम में देश का भरोसा जीता है। लॉकडाउन में दवा की दुकानों पर भीड़ से संक्रमण फैलने की स्थितियां बनी तो आयु एप के माध्यम से लोगों को घर बैठे परामर्श दिए गए और दवाओं की डिलीवरी भी की गई। लोगों को मदद मिलती गई और विश्वास बढ़ता गया है। देश के कई बड़े व्यवसायियों एवं इंवेस्टर्स द्वारा मेडकॉर्ड्स को श्रेष्ठ स्टार्टअप में भी शामिल किया गया है।