कोटा। कोटा की ब्रांड ‘कोटा डोरिया साड़ी’ की गुणवत्ता अब ग्राहक देश-दुनिया के किसी भी कोने से ऑनलाइन पता कर सकेंगे। ग्राहक कोटा डोरिया की जो साड़ी खरीद रहा है, उसके कोड के आधार पर वह उसकी गुणवत्ता के मानकों की पूरी कुण्डली देख सकेगा।
ग्राहकों को कोड के मानकों के आधार पर ही कोटा डोरिया की साड़ी बेचने की गारंटी भारत सरकार देगी। यदि साड़ी तय मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई तो साड़ी विपणन करने वाले बुनकरों पर भी कार्रवाई होगी।
केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय ने कैथून के चुनिंदा बीस बुनकरों को कोटा डोरिया साड़ी का विशेष कोड जारी किया है। गइस से कोटा डोरिया साड़ी की साख और बढ़ेगी और देश और दुनिया के पटल पर कोटा डोरिया के बुनकरों की ख्याति भी बढ़ेगी। प्रदेश में कैथून के बुनकर ही हैं, जिन्हें केन्द्र सरकार ने कोड जारी किया है।
केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय ने कैथून की कोटा डोरिया साड़ी के लिए विशेष कोड तैयार किया है। यह कोड बुनकरों द्वारा तैयार कोटा डोरिया साड़ी में अंकित होगा। इस कोड के आधार पर ग्राहक उस साड़ी की पूरी जानकारी ले सकेगा। यह कोड बुनकरों के लिए वरदान साबित होगा। इससे कोटा डोरिया के नाम से नकली साड़ी बेचने वालों पर भी अंकुश लग सकेगा। क्योंकि ग्राहक कोड के आधार पर ही साड़ी की गुणवत्ता का पता कर सकेंगे।
कोड से ऐसे मानक देख सकेंगे
वस्त्र मंत्रालय इस लोगो के साथ प्रत्येक बुनकर को व्यक्तिगत कोड जारी करेगा। उदाहरण के तौर पर बुनकर नसरूद्दीन अंसारी को आरजे 004,2016 कोड जारी किया गया। केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय की वेबसाइट को लॉगइन कर इस कोड से साड़ी के मानकों का पता कर सकेंगे। इसमें साड़ी की डिजायन, लम्बाई, रंग की जानकारी मिलेगी। साथ ही कैसे साड़ी की कैसे धुलाई करनी है, इसके निर्देश भी अंकित होंगे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ेगी साख
यह कोड बुनकरों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। इससे कोटा डोरिया साड़ी की साख अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बनेगी। तय मानकों के अनुरूप ही साड़ी तैयार करनी होगी। बाजार में बेचने से पहले वस्त्र मंत्रालय से कोटा डोरिया साड़ी को पास करवाना होगा। इसके बाद ही बेच सकेंगे।
नसरूद्दीन अंसारी, अध्यक्ष कोटा डोरिया डेवलपमेंट फाउण्डेशन