Thursday, May 2, 2024
Home Blog Page 4523

मार्च के महीने में मोबाइल ग्राहकों की संख्या 89.52 करोड़ के पार  

नई दिल्ली। भारती एयरटेल और वोडाफोन सहित सात दूरसंचार ऑपरेटरों के मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या मार्च में 56.8 लाख बढ़कर 89.52 करोड़ के पार पहुंच गई। इसमें दिसंबर, 2016 तक के नई कंपनी रिलायंस जियो के आंकड़े भी शामिल हैं। यदि जियो को अलग किया जाए तो मार्च, 2017 के अंत तक कुल मोबाइल ग्राहकों की संख्या 82.31 करोड़ बैठेगी। 

सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के आंकड़ों के अनुसार मार्च, 2017 के अंत तक मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 89.52 करोड़ को पार कर गई है। मार्च महीने में शुद्ध रूप से ग्राहकों की संख्या में 56.8 लाख का इजाफा हुआ। 
समीक्षाधीन महीने में भारती एयरटेल ने 30 लाख नए ग्राहक बनाए। उसके कुल ग्राहकों की संख्या 27.36 करोड़ हो गई।

एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी भी बढ़कर 33.25 प्रतिशत हो गई। वोडाफोन के ग्राहकों की संख्या 20.90 करोड, आइडिया सेल्युलर के 19.53 करोड़ रही। रिलायंस जियो के ग्राहकों की कुल संख्या 7.21 करोड़ रही। माह के दौरान टेलीनॉर के ग्राहकों की संख्या 11.3 लाख घटी है। टेलीनॉर के कारोबार का एयरटेल ने अधिग्रहण किया है। 

 

Nissan ने घटाए सिडैन सनी के दाम

नई दिल्ली। जापान की ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी निसान ने अपनी मिड साइज सिडैन सनी की कीमत भारत में 1.99 लाख रुपये तक कम कर दी है। एक बयान में निसान की ओर से कहा गया कि अब सनी की शुरुआती कीमत 6.99 लाख रुपये होगी और 8.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली)तक इसकी कीमत जाएगी।

अब निसान सनी का पेट्रोल वेरियंट 1.01 लाख रुपये कम होने के बाद 6.99 लाख रुपये में मिलेगा जबकि आटोमेटिक ट्रांसमिशन वेरियंट 1.99 लाख रुपये कीमत होने के बाद 8.99 लाख रुपये में मिलेगा। इसी तरह से डीजल वेरियंट की कीमत में 1.31 लाख रुपये कटौती की गई है। इसकी नई कीमत अब 7.49 लाख रुपये होगी। टॉप एंड वेरियंट की कीमत में 94,000 रुपये कटौती के बाद 8.99 लाख रुपये (सभी कीमत एक्स-शोरूम दिल्ली) होगी।

अब पिन याद रखने की जरूरत नहीं, फिंगरप्रिंट से होगा भुगतान

क्या आप बार-बार अपने एटीएम का पिन भूल जाते हैं? अब आपको चिंता करने की जरुरत नहीं क्योंकि जल्द ही आपको एटीएम का पिन याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप एटीएम पिन की जगह फिगरप्रिंट का इस्तेमाल कर पाएंगे। 

अमेरिकी कंपनी मास्टरकार्ड एक ऐसा कार्ड लाने की तैयारी कर रहा है जिसमें आपका बायोमैट्रिक डाटा दर्ज होगा। ये कार्ड फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक पर आधारित होगा। आप कहीं भी खरीदादारी करते समय क्रेडिट या डेबिट कार्ड के पिन की जगह अपने फिगरप्रिंट का इस्तेमाल कर पाएंगे। 

दरअसल जैसे ही आप अपने बैंक से कार्ड को रजिस्टर करेंगे, आपका फिगरप्रिंट कार्ड के डिजिटल टेंपलेट पर स्टोर कर लिया जाएगा। जब भी आप ईएमवी कार्ड रीडर का इस्तेमाल करेंगे, आपको पिन की जगह अपना फिगरप्रिंट स्कैन करके भुगतान करना होगा। अभी अमेरिकी कंपनी द्वारा बनाए गए इस कार्ड का दक्षिण अफ्रीका में सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। अगले कुछ महीनों में कई और जगहों पर इसका परीक्षण किया जाएगा। फिर इसे अमेरिका, यूरोप के अलावा एशिया के देशों में भी जारी किया जाएगा।

 इस कार्ड से उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा। न पिन याद रखने की झंझट होगी और न ही धोखाधड़ी का डर क्योंकि फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक पर आधारित होने की वजह से आपके कार्ड का इस्तेमाल आपके अलावा कोई दूसरा नहीं कर पाएगा।मास्टरकार्ड के एंटरप्राइज रिस्क एंड सेक्युरिटी विभाग के अध्यक्ष अजय भल्ला ने बताया कि अब उपभोक्ता बायोमेट्रिक लेनदेन को ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं। चाहे स्मार्टफोन को अनलॉक करना हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो, बायोमेट्रिकइस तकनीक का इस्तेमाल करके सुरक्षित भुगतान करना अब संभव हो गया है। 

 

 

 

 

खुद के अस्तित्व को पहचानें, होने लगेंगे चमत्कार!

– श्री श्री रविशंकर, आध्यात्मिक गुरु
दिमाग से दिमाग को समझा जाता है और दिल से दिल को समझा जाता है. नाक केवल सूंघ ही सकती है, आंखें केवल देख ही सकती हैं, कान केवल सुन ही सकता है, कान देख नहीं सकता. इसी तरह दिल महसूस कर लेता है.

हम दिमाग में दिल लगाने की और दिल में दिमाग को डालने की कोशिश करते हैं, जिससे कुछ नहीं हो पाता. दिल सुंदरता को महसूस कर लेता है, जबकि दिमाग केवल कहता है कि यह सुंदर है.हम मन में सुंदर शब्द को केवल पकड़ लेते हैं किंतु उसे महसूस नहीं कर पाते. हम केवल ‘सुंदर’ शब्द को दोहरा रहे होते हैं.

सिर में सुंदर शब्द को दोहराने से सुंदरता महसूस नहीं होती है. प्रेम में भी यही बात है. तुम प्रेम में कुछ ज्यादा ही बोल जाते हो और दिमाग के स्तर में ही अटके रहते हो और दिल में कुछ होता हीन हीं है.मौन में प्रेम बरसता है, उसका विकरण होता है. अपनी प्रिय वस्तु या लोगों के साथ हमें अपने स्वरूप का अनुभव होता है. यही कारण है कि जब हम अपनी किसी प्रिय चीज को खोते हैं तब हमें दुख होता है और दर्द महसूस होता है.

मान लो कि तुम्हें अपने पियानो से प्यार है और तुम्हें यह सुनने को मिले कि तुम्हारे पियानो को कुछ हो गया, तो तुम्हारे अंदर से कुछ कट जाता है. या अगर तुम्हारी गाड़ी या तुम्हारे कुत्ते को कुछ हो गया, तो तुम्हें लगता है कि कुछ खो गया है.तुम केवल अपने शरीर से ही नहीं जुड़े हुए हो, बल्कि वहां भी तुमने अपना घर बसा लिया है. यदि हम अपने अस्तित्व का इतना अधिक विस्तार कर लें जिसमें पूर्ण सृष्टि समा जाए तब हमें कुछ भी खोने का अहसास नहीं होगा और हम जान लेंगे कि हम संपूर्ण हैं.

PMGKY: डिक्लेरेशन फाइल अब 10 मई तक

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने अभी तक अपने कालेधन का खुलासा न करने वाले लोगों को एक मौका और दे दिया है। शुक्रवार को सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) के तहत अपना कालाधन अब 10 मई तक घोषित किया जा सकता है। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। सरकार ने गुरुवार को ही ऐलान किया था कि इस योजना के तहत अब 30 अप्रैल तक पैसा जमा कराया जा सकता है।

सरकार द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है, ‘केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने PMGKY के तहत अघोषित आय पर डेक्लेरेशन फाइल करने की तारीख 10 मई तक बढ़ा दी है। यह ऐसे लोगों पर लागू होगा जिन्होंने 31 मार्च तक या उससे पहले टैक्स, सरचार्ज और पेनल्टी भर दी है और जो 30 अप्रैल तक या उससे पहले इस योजना के तहत पैसा जमा करा देंगे।’

इस योजना के तहत अघोषित आय की घोषणा ऑनलाइन फॉर्म भर के भी की जा सकती है। इसके लिए PMGKY के तहत टैक्स जमा कराने का प्रूफ और जमा कराए पैसे से जुड़े कागजात स्कैन कर के अपलोड करने होंगे। बता दें कि सरकार ने पिछले साल नोटबंदी के बाद 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री ग्रामीण गरीब कल्याण योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत काले धन का खुलासा करने पर 50 फीसदी टैक्स और जुर्माने का प्रावधान है। साथ ही इसके तहत जमा कराए गए पैसे का 25 प्रतिशत हिस्सा चार साल तक ब्लॉक हो जाएगा। उस पर कोई ब्याज भी नहीं मिलेगा।

जीएसटी: कर देनदारी के बारे में उद्योगों को अग्रिम निर्देश की अनुमति

नयी दिल्ली। सरकार ने प्रस्तावित वस्तु एवं सेवाकर  व्यवस्था के अमल में आने पर उद्योगों को किसी भी सौदे अथवा मूल्यांकन के बारे में कर देनदारी के बारे में अग्रिम निर्देश लेने की अनुमति दे दी है। कर देनदारी के मुद्दे पर विवादों से बचने के लिये जीएसटी प्रणाली में भी व्यवस्था की गई है।

जीएसटी एडवांस रूलिंग नियमों में कहा गया है कि ऐसे मामलों को देखने के लिये अग्रिम निर्देश प्राधिकरण :एएआर: के सदस्यों को नियुक्त किया जायेगा। केन्द्र और राज्य दोनों ही इन सदस्यों की नियुक्ति करेंगे। ये सदस्य संयुक्त आयुक्त के स्तर का होगा जिन्हें इस रैंक में तीन वर्ष से कम का अनुभव नहीं होना चाहिये। केन्द्रीय जीएसटी  में इस संदभर्र में कहा गया है कि किसी भी करदाता द्वारा वस्तु और सेवाओं अथवा दोनों के मामले में अग्रिम निर्देश प्राप्त किया जा सकता है।

मौजूदा व्यवस्था में कोई भी घरेलू कंपनी यदि कोई नया कारोबार शुरू करती है तो वह उसकी उत्पाद अथवा सेवा कर या फिर सीमा शुल्क देनदारी के बारे में अथॉरिटी ऑफ एडवांस रूलिंग — एएआर से संपर्क कर सकती है। लेकिन जीएसटी व्यवस्था में इसे खुला रखा गया है और कहा गया है कि कोई भी कंपनी कर के बारे में अग्रिम निर्देश प्राप्त कर सकती है।

विशेषग्यों ने जीएसटी के तहत एएआर गठित करने को सकारात्मक घटनाक्रम बताया है। उनका मानना है कि जीएसटी व्यवस्था लागू होने के शुरआती दिनों में वस्तुओं के मूल्यांकन, वर्गीकरण और कर के बारे में कई तरह की पूछताछ होगी। इसके साथ ही कच्चे माल पर दिये गये कर पर क्रेडिट को लेकर भी काफी पूछताछ हो सकती है।

अब घर बैठे मिलेगा पेट्रोल- डीजल, मंत्रालय कर रहा विचार

नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय पेट्रोल व डीजल की होम डिलीवरी शुरू करने पर विचार कर रहा है ताकि पेट्रोल पंपों पर भीड़ को कम किया जा सके। मंत्रालय ने सोशल मीडिया टिवटर पर यह जानकारी दी। इसके अनुसार पहले बुकिंग करवाने पर पेट्रोल व डीजल की होम डिलीवरी शुरू की जा सकती है।

इसके अनुसार हर दिन 3.5 करोड़ लोग देश भर में 59,595 पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल खरीदने जाते हैं। इस कारण जहां पेट्रोल पंपों पर भीड़ लगती है वहीं अनेक सड़कों पर भी जाम लग जाता है। पेट्रोल पंपों से सालाना 2500 करोड़ रुपये का ईंधन खरीदा जाता है।

मंत्रालय अब चाहता है कि इसमें से कुछ हिस्से की होम डिलीवरी शुरू की जाए। इसके तहत एक मई से चुनींदा शहरों में पेट्रोल व डीजल के दाम में दैनिक बदलाव के साथ इनकी होम डिलीवरी पर भी विचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि देश पेट्रोलियम उत्पादों का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। 

इन्क्रीमेंट पर हीरा व्यापारी ने 125 कर्मियों को दिया स्कूटर

नई दिल्ली। सूरत के एक हीरा कारोबारी ने अपने 125 कर्मियों को सालाना बढोतरी के तौर पर एक एक स्कूटर दिया है। इससे पहले भी सूरत के हीरा कारोबारी महंगे तोहफे देने के लिए चर्चा में रहे हैं। बीते साल दिवाली पर गुजरात के एक हीरा व्यापारी ने अपने कर्मचारियों को बोनस के तौर पर फ्लैट और कार दी थी। 

सूरत के हीरा कारोबारी लक्ष्मीदास वेकारिया ने अपने 125 कर्मचारियों को यह तोहफा दिया। सूरत के दीर्घ डायमंड के मालिक लक्ष्मीदास वेकारिया ने 2010 मे हीरे तराशने की फैक्ट्री शुरू की। फैक्ट्री की स्थापना के दौर से ही वर्करों ने मालिक की तरक्की के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की।  

इन लोगों की मेहनत से खुश होकर ही वेकारिया ने इस साल उन्हें इंक्रीमेंट के तौर पर स्कूटी गिफ्ट करने का फैसला लिया। पिछले साल सूरत के ही हीरा कारोबारी सावजी ढोलकिया ने अपनी कंपनी हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स के कर्मचारियों को दिवाली बोनस के रूप में 400 फ्लैट्स और 1,260 कारें गिफ्ट की थी। एक अनुमान के मुताबिक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के बोनस पर 51 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

NCDEX ने सरसों खल का वायदा शुरू किया

सरसों खल के लिए जयपुर डिलिवरी सेंटर , इसके अलावा अलवर, कोटा और श्रीगंगानगर कोअतिरिक्त डिलिवरी सेंटर बनाया है

मुंबई। NCDEX ने गुरुवार शाम को सर्कुलर जारी कर सरसों खल का वायदा शुरू करने की घोषणा कर दी है। एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर सोमवार यानि 24 अप्रैल से सरसों खल के वायदा में ट्रेडिंग शुरू हो रही है।

सोमवार से एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर मई, जून, जुलाई और अगस्त वायदा के लिए ट्रेडिंग शुरू होगी, सालभर में सरसों खल के 10 वायदा सौदे लॉन्च होंगे। एक्सचेंज ने सरसों खल के लिए लॉट साइज 10 टन का रखा है और ट्रेडिंग के लिए कम से कम 4 फीसदी मार्जिन चुकाना पड़ेगा। एक दिन में सरसों खल के भाव में अधिकतम 4 फीसदी की तेजी या गिरावट आ सकती है।

भाव का टिक साइज 1 रुपये तय किया गया है और एक्सचेंज पर इसका भाव प्रति क्विंटल के तौर पर दर्शाया जाएगा।  एक्सचेंज ने सरसों खल के लिए जयपुर को डिलिवरी सेंटर नियुक्त किया है, इसके अलावा अलवर, कोटा और श्रीगंगानगर को अतिरिक्त डिलिवरी सेंटर बनाया गया है। 

होटल, रेस्टोरेंट में सर्विस चार्ज देना जरूरी नहीं, पीएमओ की मंजूरी

नई दिल्‍ली। सरकार ने सर्विस चार्ज को लेकर आदेश दिया है कि सर्विस चार्ज जरूरी नहीं है। पीएमओ से भी इस बारे में मंजूरी मिल चुकी है।
होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट में खान-पान बिल में सर्विस चार्ज लगाना गैरकानूनी होगा। इसके लिए केंद्र सरकार सभी राज्यों को एडवाइजरी (मशविरा) भेजेगी ताकि उपभोक्ताओं का आर्थिक शोषण रुक सके।

पीएमओ से एडवाइजरी पर अनुमोदन मिलने के बाद अब इसे राज्यों के साथ सभी केंद्र शासित क्षेत्रों को भेजा जाएगा। इस एडवाइजरी के सहारे उपभोक्ता अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले स्वयंसेवी संगठनों को बहुत मदद मिलेगी। किसी ग्राहक को सर्विस चार्ज के भुगतान के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। ग्राहक किसी वेटर को टिप्स के तौर पर चाहे तो भुगतान कर सकता है।

पीएमओ के पास अनुमोदन के बारे में पूछने पर बताया गया कि किसी भी ग्राहक के बिल में बिना उसकी अनुमति के सर्विस चार्ज जोड़ा गया तो उसे गैर कानूनी माना जाएगा, उसके खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इस मसले पर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के साथ पिछले दिनों हुई बैठक में इसके समेत कई अन्य मसलों पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया।

होटल व रेस्टोरेंट में खाने की बर्बादी पर पासवान ने गंभीर चिंता जताई। लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई कानून बनाने से स्पष्ट रूप से इन्कार किया। इस दिशा में लोगों से स्वतः आगे आने की अपील की। होटल व रेस्टोरेंट स्वतः कदम उठायें ताकि खाना बर्बाद न हो सके। इन लोगों ने बातचीत में कहा है कि वे अपने स्टाफ को जहां प्रशिक्षित करेंगे, वही ग्राहकों को भी जागरूक करने की पहल करेंगे।