सोना 41,000 के पार, निवेश करें या नहीं, जानें एक्सपर्ट्स की राय

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कोटा। ईरान और अमेरिका के बीच टेंशन बढ़ने के बाद सोने की कीमत 41 हजार रुपये के के पार पहुंच गई है। शेयर मार्केट टूट गया है। ऐसे में जिन्होंने सोने में निवेश किया होगा वे खुश होंगे और शेयर, म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले उतने खुश नहीं होंगे। लेकिन बाजार की यह स्थिति तात्कालिक है और सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या सोने में निवेश करना एक अच्छा विकल्प है?

मात्र 8.3 फीसदी का रिटर्न
इस मुद्दे पर इन्वेस्टमेंट मैनेजरों की अलग-अलग राय है, लेकिन इस बात से कोई इनकार नहीं कर रहा है कि सोना एक निरर्थक असेट है जिसका इकनॉमिक ऐक्टिविटी में कोई योगदान नहीं होता है। इसकी कीमत में उछाल की वजह तात्कालिक होती है। निवेश गुरु पंकज लड्ढा के अनुसार पिछले 10 सालों में सोना ने औसत 8.3 फीसदी का रिटर्न दिया है।

रिटर्न उतना उच्छा नहीं
रिटर्न पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि अगर सोने की जगह शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड या फिर किसी दूसरे जगह निवेश किया गया होता तो रिटर्न इससे कहीं बेहतर मिलता। कुछ साल पहले तक रियल एस्टेट को इन्वेस्टमेंट का सबसे अच्छा विकल्प माना जाता था लेकिन, अब यहां निवेश करने पर आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

गोल्ड बॉन्ड में निवेश बेहतर विकल्प
इकनॉमिक ऐक्टिविटी में योगदान नहीं होने के कारण ही असली सोने की जगह पेपर गोल्ड को निवेश के लिए विकल्प बनाया गया है। इसके अलावा बाजार में गोल्ड बैक्ड म्यूचुअल फंड्स के भी कई ऑप्शन हैं। यहां रिटर्न भी अच्छा मिलता है। सरकार गोल्ड बॉन्ड जारी करती है जिसपर 2.5 फीसदी का एक्स्ट्रा इंट्रेस्ट मिलता है, लेकिन यह टैक्सेबल होता है। हालांकि बॉन्ड पर कैपिटल गेन टैक्स फ्री होता है।