सिर्फ गांधीजी की अहिंसावादी नीति से नहीं मिली थी आजादी, बोस की बेटी ने कहा

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नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी, अनीता बोस फाफ ने बुधवार को कहा कि अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहा कि नेता जी और महात्मा गांधी के बीच एक मुश्किल रिश्ता था। उन्होंने बताया ऐसा इसलिए था क्योंकि गांधी जी को लगता था कि वह नेताजी को नियंत्रित नहीं कर सकते। वो कहती हैं, “दूसरी ओर मेरे पिता गांधी के बहुत बड़े प्रशंसक थे।”

इसके अलावा अनीता ने बताया कि सिर्फ अहिंसा की नीति से आजादी नहीं मिली थी। नेताजी और आईएनए [इंडियन नेशनल आर्मी] की कार्रवाइयों ने भी भारत की आजादी में योगदान दिया है। उन्होंने महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस, दोनों को ही आजादी का महान नायक बताया।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल में टिप्पणी की थी कि महात्मा गांधी और नेहरू नेता को अंग्रेजों को सौंपने के लिए तैयार थे। इसी टिप्पणी पर इंडिया टुडे टीवी के एक सवाल के जवाब में अनीता बोस फाफ ने यह बातें कहीं।

अनीता ने कहा, “वे दोनों [नेताजी और गांधी] महान नायक थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। एक के बिना दूसरा अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर सकता था। यह एक संयोजन था। ऐसा बिल्कुल नहीं है जैसा कांग्रेस के कुछ सदस्य ने लंबे समय तक दावा करते रहे हैं कि केवल एक अहिंसक नीति ही भारत की स्वतंत्रता के लिए जिम्मेदार थी। हम सभी जानते हैं कि नेताजी और आईएनए [इंडियन नेशनल आर्मी] की कार्रवाइयों ने भी भारत की आजादी में योगदान दिया है।”

उन्होंने कहा, “दूसरी ओर, यह दावा करना बेमानी होगा कि केवल नेताजी और आईएनए ने ही भारत को स्वतंत्रता दिलाई। गांधी ने नेताजी सहित कई लोगों को प्रेरित किया। ”