वॉट्सऐप यूजर्स कर सकेंगे फेक मेसेज की जांच, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। भारत में सबसे पॉप्युलर मेसेजिंग सर्विस वॉट्सऐप पर ढेरों मेसेज रोज फॉरवर्ड होते हैं, जो या तो पूरी तरह फेक होते हैं या फिर उन्हें आधी-अधूरी जानकारी के साथ शेयर किया जा रहा है। वॉट्सऐप ने फेक मेसेजेस और फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए एक नया फीचर लाने का फैसला किया है और यह फीचर यूजर्स के साथ टेस्ट किया जा रहा है। इसकी मदद से वॉट्सऐप पर फॉरवर्डेड मेसेजेस को आसानी से ऐप के अंदर ही क्रॉसचेक किया जा सकेगा। इसकी मदद से यूजर्स जान पाएंगे कि मेसेज फेक है या नहीं।

नया फीचर कई बार फॉरवर्ड किए गए मेसेजेस को वेरिफाइ करेगा और इसके लिए मेसेज के बगल ‘मैग्निफाइंग ग्लास’ आइकन यूजर्स को दिया गया है। इस आइकन पर टैप करके वॉट्सऐप यूजर्स चेक कर सकते हैं कि कहीं बार-बार फॉरवर्ड किया जा रहा मेसेज फेक तो नहीं है। फेसबुक की ओनरशिप वाली कंपनी की ओर से ऐप के बीटा चैनल पर यह फीचर धीरे-धीरे रोलआउट किया जा रहा है। पिछले सप्ताह कई बीटा यूजर्स को यह फीचर मिला और टेस्टिंग के बाद इसे सभी यूजर्स को स्टेबल अपडेट में दिया जा सकता है।

ऐसे काम करेगा नया फीचर
यूजर मेसेज को चेक करना चाहें तो मैग्निफाइंग ग्लास आइकन पर टैप करना होगा। इसके बाद वॉट्सऐप एक पॉप-अप उसे दिखाएगा जिसमें लिखा है, ‘क्या आप इसे वेब पर सर्च करना चाहते हैं? इसके लिए यह मेसेज गूगल पर अपलोड होगा।’ यूजर यहां से प्रोसेस कैंसल कर सकते हैं, या फिर ‘Search Web’ बटन पर टैप कर इसे सर्च कर सकते हैं। इस फीचर को ट्विटर यूजर Shrinivas G ने देखा और इस बारे में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि इस तरह मेसेज गूगल पर सर्च किया जा सकेगा और फेक मेसेजेस या न्यूज का पता आसानी से लगाया जा सकेगा।

नहीं करना होगा कॉपी-पेस्ट
साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट रिजवान शेख ने बताया, ‘इस फीचर के आने का बाद मेसेज को कॉपी और पेस्ट करके गूगल सर्च नहीं करना पड़ेगा और यह प्रोसेस यूजर्स के लिए आसान कर दी गई है। यह उन लोगों के लिए है, जो वायरस फॉरवर्ड्स को फैक्ट चेक करना चाहते हैं लेकिन लंबी प्रक्रिया की वजह से इतना नहीं करते।’ कोरोना वायरस फैलने के दौरान भी वॉट्सऐप का इस्तेमाल बढ़ा है और कुछ लोगों के लिए यह जानकारी का प्राइमरी सोर्स बना है। ऐसे समय में फेक मेसेजेस को फैलने से रोकना कंपनी के लिए चुनौती बन जाता है। उम्मीद है नया फीचर ऐसे मौकों पर कारगर साबित होगा।