वीरता, शौर्य, पराक्रम और रोमांच का अद्भुद संगम देख दर्शक हुए रोमांचित

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कोटा दशहरा 2022: गतका में दिखा युद्ध कौशल

कोटा। राष्ट्रीय मेला दशहरा में बुधवार को शौर्य और रोमांच का जबरदस्त संगम देखने को मिला। विजयश्री रंगमंच पर वीर खालसा ग्रुप के द्वारा ‘गतका’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वीरता, शौर्य, पराक्रम और रोमांच का अद्भुद संगम देखकर दर्शक दातों टेल अंगुली दबाने को मजबूर हो गए।

‘गतका’ की शुरुआत पैंतरा से हुई। जिसमें सिख वीरों ने अपने शस्त्र गोलिया, फरीसोटी, चक्कर, बैत, डांग, गुर्ज, कीलों के पट्टे, कृपाण को सलामी दी गई। इसके बाद “आओ जिने नचणा खंडे दी धार ते…” गीत पर हैरतअंगेज प्रदर्शन किया तो हर कोई अपलक देखता ही रह गया। इस दौरान आग के गोले निकालना, आँखों में नमक डालकर तरबूज फोड़ने के कारनामे प्रदर्शित किया। जब चार मोटर बाइक को खींचते हुए एक युवक ने वीरता दिखाई तो लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। इस दौरान गुरु गोविंद जी दा खालसा गुरु गोविंद जी फतह का नारे से आसमान में गूंज उठा।

इसके बाद अंग्रेजों के द्वारा भगत सिंह पर किए अत्याचारों को सजीव प्रसारित किया तो स्वतंत्रता संग्राम की यादें ताजा हो गई। सिख पंथियों के साथ हर कोई बोले सो निहाल… सत श्री अकाल.. बोल उठा। हरिंदर सिंह और प्रभजोत ने कार्यक्रम का निर्देशन किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा, उप महापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, अनिल सुवालका, इसरार मोहम्मद, अनूप कुमार, अजय सुमन, चेतना माथुर, भगवती कुमारी, आयुक्त वासुदेव मालावत, राजपाल सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अम्बालाल मीणा, अशोक त्यागी, मेला अधिकारी गजेंद्र सिंह, अतिरिक्त मेला अधिकारी प्रेमशंकर शर्मा, मेला प्रभारी प्रकाशचंद, एक्यू कुरेशी ने शुभारंभ किया।