रेलवे बनाएगा नहर किनारे सड़क, हजारों ग्रामीणों को मिलेगी राहत

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लोकसभा अध्यक्ष बिरला के प्रयासों से श्रीपुरा और बाजड़ली गांव में होंगे कार्य

कोटा । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से बूंदी जिले के श्रीपुरा और बाजड़ली तथा आसपास के क्षेत्र के गांवों के हजारों ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। आवागमन में आ रही समस्याओं को देखते हुए रेलवे अब इन गांवों के निकट करीब 3.50 करोड़ रूपए की लागत से नहर किनारे सड़क बनाएगी।

कोटा-दिल्ली रेलमार्ग पर अरनेठा और कापरेन के बीच स्थित श्रीपुरा गांव के निकट बने समपार फाटक संख्या 122 को रेलवे ने पिछले दिनों बंद कर दिया गया। इसके बाद ग्रामीणों के पास अरनेठा या कापरेन के रास्ते ही मेगा हाइवे पर आने का विकल्प शेष रह गया। दोनों ही तरफ सड़क की स्थिति खराब होने के कारण लोगों को काफी परेशानी आ रही थी। मार्ग संकरा होने के कारण थ्रेशर भी श्रीपुरा तथा आसपास के गांवों में नहीं पहुंच पा रहे थे।

इसी तरह बाजड़ली गांव में भी बनाए गए अंडर पास में सीवरेज की समस्या बनी हुई थी। अंडरपास में पानी भरे रहने के कारण वाहनों का आवागमन बंद हो गया था। इससे क्षेत्र के लोगों में भारी नाराजगी थी। पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का निरीक्षण करने जब लोकसभा अध्यक्ष बिरला बूंदी जिले में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें अपनी समस्याओं की जानकारी दी थी।

बिरला की सख्ती के बाद ऐसे निकली राह
लोगों की समस्याएं सुनने के बाद बिरला ने मौके से ही पश्चिम-मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर आमजन के आवागमन में आ रही कठिनाई को दूर करने के लिए सख्ती से कहा था। इसके बाद से ही रेलवे के अधिकारियों ने दोनों ही स्थानों पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। इसके अनुसार श्रीपुरा गांव के निकट से गुजर रही नहर के पास समपार फाटक संख्या 120 से लेकर समपार फाटक संख्या 123 तक करीब साढ़े ढाई करोड़ रूपए की लागत से करीब साढ़े तीन किमी लंबी सड़क बनाई जाएगी।

इसके अलावा 2024 से पहले दोनों समपार फाटकों पर आरओबी का निर्माण होगा, जिससे यह गांव और आसपास का क्षेत्र को मुख्य मार्ग से सीधा जुड़ाव मिल जाएगा। इसी तरह बाजड़ली गांव के निकट नहर के किनारे एक करोड़ रूपए की लागत से 650 मीटर पक्की सड़क बनाई जाएगी जिससे यह गांव वर्ष अरडाना-चरडाना फाटक से साल भर जुड़ा रहेगा। अंडरपास में सीपे की समस्या को दूर करने के लिए भी वहां वाॅटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा।