रियल एस्टेट कारोबारियों के यहां आयकर छापे में 110 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी

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नौकर के नाम पर सीक्रेट लॉकर, अब तक 11 करोड़ रुपये से अधिक की जूलरी मिल चुकी

इंदौर। मध्य प्रदेश के कई रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकाने पर आयकर विभाग की कार्रवाई तीन दिनों से चल रही है। इस दौरान अभी तक की छापेमारी में करीब 110 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है।

आयकर विभाग की टीम बिल्डर टीनू संघवी और सुमित मंत्री के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसके साथ ही इनसे जुड़े लोगों के घरों पर भी कार्रवाई जारी है। टीम को एक गुप्त लॉकर के बारे में पता चला है जो बिल्डर के नौकर के नाम पर है।

सोमवार को उस लॉकर को खोला गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उस लॉकर से दो करोड़ से अधिक की जूलरी मिली है। साथ ही कैश भी रखे हुए थे। इसी तरह से बिल्डरों ने अपने कई सहयोगियों के नाम पर संपत्ति बनाए हैं। यह पूरा खेल टैक्स चोरी को लेकर चल रहा था। बताया जा रहा है कि शनिवार से चल रही इस कार्रवाई में अब तक 11 करोड़ रुपये से अधिक की सिर्फ जूलरी मिली है।

इसके साथ ही दोनों बिल्डरों के इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि इन लोगों ने टैक्स बचाने के लिए कर्मचारियों के नाम पर संपत्ति अर्जित की थी। कर्मचारियों के नाम पर संपत्ति होने के कारण किसी नजर नहीं जाती थी। तीन दिन की कार्रवाई में ये सारे खुलासे हो रहे हैं।

इसके बाद आयकर विभाग की जांच आगे बढ़ रही है। इनकी जांच के लिए ऑर्टिफिशियल इंटलिजेंस और पुलिस की मदद ली जा रही है। वहीं, बिल्डरों ने जिन कर्मियों के नाम पर संपत्ति बनाए हैं, उनका नाम कहीं भी रेकॉर्ड में नहीं था।

मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है कि अभी तक की जांच में करीब 110 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के प्रमाण मिले हैं। इसके साथ ही इनके ठिकानों से सात करोड़ रुपये नगदी भी मिले हैं। वहीं, कुछ फ्लैट और जमीन के बारे में भी जानकारी मिली है। नौकर के नाम पर लॉकर सरकारी बैंक में था। अभी इनके ठिकानों पर कार्रवाई जारी है और भी खुलासे की उम्मीद है।