राजस्थान में ERCP का 90 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार देगी: वित्तमंत्री सीतारमण

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जयपुर। East Rajasthan Canal Project: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को जयपुर में आयोजित उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजस्थान के चुनावी मुद्दों लेकर गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा।

पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि चुनावी चंदे का पहले कोई सिस्टम नहीं था। कितना ही पैसा दो, सोना दो या फ्लैट दो कोई हिसाब किताब नहीं था। अब डोनेट करने वाले बैंक अकाउंट के जरिए पैसा दिया जाता है। अब अकाउंट से अकाउंट मनी ट्रांसफर होता है।

सब पार्टियों ने इसका फायदा उठाया पर दोषारोपण सिर्फ भाजपा पर किया जा रहा है। अब सुप्रीम कोर्ट ने इसे हटाने को कहा है। इसे घोटाला बताने वालों को सोचना चाहिए कि कांग्रेस ने राजस्थान के वोटर को गुमराह किया। भ्रष्टाचार के गहलोत राज में कीर्तिमान बनें। मोदी जी फिर आएंगे और सबके प्रयास से विकसित भारत बनाएंगे।

इस दौरान राजस्थान के खास मुद्दे ERCP को लेकर भी वित्तमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन को आगे बढ़ाने के लिए तकनीकी का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए डीपीआर बनाई जा रही है, जल्दी ही इसे लागू किया जाएगा। ERCP को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत राजी नहीं थे। अशोक गहलोत ERCP को लेकर रुकावट डालने का प्रयास कर रहे थे। परियोजना का 90 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार देगी।

अगले 25 साल भारत के लिए महत्वपूर्ण
उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ संवाद कार्यक्रम में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत पिछले लगातार तीन वित्तीय वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रही है और ये वृद्धि आने वाले वर्षों में भी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत के लिए महत्वपूर्ण होने वाले हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने तीन तिमाहियों में आठ प्रतिशत की वृद्धि दर देखी और चौथी तिमाही में भी इसी स्तर की वृद्धि की उम्मीद है, उन्होंने कहा कि ये एक स्थाई वृद्धि रही है।

भारत की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बढ़ी
केंद्रीय वित्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता के कारण विदेशी निवेशक भारत में निवेश करने के लिए आ रहे हैं। आर्थिक नीति, व्यापक व्यापक आर्थिक स्थिरता, स्थिर सरकार, स्थिर कराधान नीति, पारदर्शी निविदाओं और खरीद के कारण विदेशों में भारत की अर्थव्यवस्था की अपार विश्वसनीयता रही है। इसलिए, निवेशक यहां निवेश करने आ रहे हैं।