मोबाइल नंबर पोर्ट कराना अब होगा सस्ता, 30 सितंबर से सिर्फ 5.74 रुपए लगेंगे

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नई दिल्ली। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले 30 सितंबर से मोबाइल नंबर को एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर पर पोर्ट कराना फिर से सस्ता हो जाएगा। इसको लेकर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने एक बार फिर टेलीकम्युनिकेशन मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी पर पोर्ट ट्रांजेक्शन चार्ज एंड डिपिंग चार्ज अमेंडमेंट रेगुलेशन 2019 का ड्राफ्ट जारी किया है। इस ड्राफ्ट पर ट्राई ने सभी हितधारकों से 23 अगस्त तक सुझाव मांगे हैं।

ट्राई की ओर से जारी नए ड्राफ्ट में एक बार फिर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) चार्ज को 19 रुपए से घटाकर 5.74 रुपए करने की सिफारिश की है। दरअसल, ट्राई ने 31 जनवरी 2018 को एमएनपी चार्ज 19 रुपए से घटाकर 4 रुपए कर दिया था। ट्राई के इस फैसले के खिलाफ टेलीकॉम ऑपरेटर दिल्ली हाईकोर्ट चले गए थे।

8 मार्च 2019 को दिल्ली हाईकोर्ट ने ट्राई के फैसले को खारिज कर दिया था। इसके बाद एक बार फिर टेलीकॉम ऑपरेटर एमएनपी के लिए 19 रुपए का चार्ज ले रहे थे। यूजर्स को राहत देने के लिए एक बार फिर ट्राई ने एमएनपी चार्ज को लेकर नया ड्राफ्ट जारी कर 5.74 रुपए की फीस तय की है। यदि सबकुछ ठीक रहता है तो ट्राई के यह नए नियम 30 सितंबर 2019 से लागू हो जाएंगे।

क्या है एमएनपी
दरअसल ट्राई ने मोबाइल ग्राहकों की सुविधा के लिए मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा शुरू की है। इस सेवा के तहत कोई भी मोबाइल यूजर अपना नंबर बदले ऑपरेटर बदल सकता है। इस सेवा के लिए ग्राहक को कुछ शुल्क देना पड़ता है।

शुरुआत में यह शुल्क 19 रुपए निर्धारित किया था। अपना मोबाइल नंबर दूसरी कंपनी के पास पोर्ट कराने के लिए ग्राहक को अपने मैसेज बॉक्स में PORT टाइप करके 1900 पर एक मैसेज भेजना होता है। फिलहाल नंबर पोर्ट कराने में 4 से 7 दिन का समय लगता है।