मोदी सरकार ने अगले सीजन के लिए बीटी कॉटन बीज का एमआरपी निर्धारित किया

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नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2024-25 के खरीफ सीजन हेतु बीटी कॉटन के बीज का उच्चतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) निर्धारित कर दिया है। इसके तहत बोलगार्ड- I का एमआरपी 864 रुपए प्रति पैकेट तथा बोलगार्ड- II का एमआरपी 635 रुपए प्रति पैकेट नियत किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आमतौर पर देश में जून में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के साथ कपास की खेती शुरू होती है मगर पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के कुछ भागों में इसकी बिजाई मध्य अप्रैल के बाद से ही आरंभ हो जाती है।

बीटी कॉटन बीज का एमआरपी 2018-19 में 710 रुपए प्रति पैकेट, 2019-20 में भी 710 रुपए, 2020-21 में 730 रुपए, 2021-22 में 767 रुपए, 2022-23 में 810 रुपए तथा 2023-24 में 853 रुपए प्रति पैकेट नियत किया गया था।

मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि इस मामले की एक समिति द्वारा की गई सिफारिश को ध्यान में रखकर बीटी कॉटन के बीज का एमआरपी निर्धारित किया गया है।

कॉटन बीज का प्रत्येक पैकेट 475 ग्राम का होता है जिसमें कम से कम 5 प्रतिशत तथा अधिक से अधिक 10 प्रतिशत गैर बीटी कॉटन का बीज शामिल हो सकता है। यह दाम वित्त वर्ष 2024-25 के लिए नियत हुआ है।

पिछले दो-तीन साल से बीटी कॉटन बीज के एमआरपी में 5-6 प्रतिशत का इजाफा हो रहा था मगर इस बार केवल 1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। इसका कारण महाराष्ट्र-कर्नाटक में सूखे का माहौल बनना तथा कपास के घरेलू बाजार भाव में गिरावट आना है।

किसानों की कुल क्षमता कमजोर हो गई। भारत में आमतौर पर बोलगार्ड- II कॉटन बीज की खेती होती है। गत वर्ष कपास बीज के उत्पादन में 30-40 प्रतिशत की गिरावट आ गई जबकि पिछला स्टॉक भी ज्यादा नहीं बचा है।