बीकानेरी भुजिया का उत्पादन आज से शुरू होगा, ताकि बना रहे स्वाद

2029

बीकानेर। पूरी दुनिया में राजस्थान के बीकानेर की पहचान बन चुकी बीकानेरी भुजिया का स्वाद लाॅकडाउन के बाद भी बना रहेगा। बीकानेर भुजिया की सभी इकाइयां लाॅकडाउन के दौरान बंद रही है, लेकिन अब सोमवार से उन इकाइयों में काम शुरू होगा, जिनमें मशीनों से काम होता है। जिला प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकाॅल का ध्यान रखते हुए मशीन वाली इकाइयों का काम शुरू करने की अनुमति दे दी है।

उद्यमी ही उठा रहे सभी श्रमिकों का खर्च
लाॅकडाउन के बाद पूरे देश में औद्योगिक क्षेत्रों से श्रमिकों का पलायन हुआ, लेकिन बीकानेरी भुजिया बनाने वाले उद्यमियों ने इस मामले में एक उदाहरण पेश किया और श्रमिकों को जाने नहीं दिया। बीकानेर में इस उद्योग में लगे करीब एक लाख प्रवासी श्रमिकों का रहने खाने का पूरा खर्च यहां के उद्यमी ही उठा रहे हैं। बीकानेरी पापड भुजिया फूड प्रोसेसिग उद्योग संघ के महासचिव मक्खन लाल अग्रवाल बताते है कि लाॅकडाउन से पहले कुछ श्रमिक चले गए, लेकिन लाॅकडाउन के बाद हमारे उद्यमियों ने किसी श्रमिक को जाने नहीं दिया। सभी श्रमिकों का खर्च उद्यमी ही उठा रहे है।

आज से शुरू होगा उत्पादन
मक्खन लाल अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन ने मशीन वाली इकाइयों का काम शुरू करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि रसगुल्ले का काम भी शुरू होना चाहिए, क्योंकि बीकानेर इलाके के पशुपालक हमारी इकाइयों को दूध बेच कर ही काम चला रहे थे। अब यह सारा दूध डेयरियों में जा रहा है, लेकिन डेयरियों की इतनी क्षमता नहीं हैं। वहीं पापड और बडी बनाने वाली एक कम्पनी के संचालक और बीकानेर फांउडेशन के संस्थापक सदस्य जय अग्रवाल का कहना है कि सरकार को पापड व बडी बनाने की अनुमति भी देनी चाहिए, क्योंकि यह सब्जी का बहुत अच्छा विकल्प है और इसका उत्पादन कोरोना प्रोटोकाॅल का ध्यान रखते हुए किया जा सकता है।