नववर्ष की पूर्व संध्या पर मेला आज, दिखेगी सनातन संस्कृति और समरसता की झलक

37

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दो लाख दीयों के दीपदान के बाद होगी महाआरती

कोटा। हिन्दु नवसंवत्सर समारोह आयोजन समिति के तत्वावधान में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से नवसंवत्सर 2081 के स्वागत में शहर भर में तीन दिवसीय विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। नववर्ष की पूर्व संध्या पर तलाव की पाल स्थित सेवन वंडर पार्क पर सोमवार को शाम 6 बजे से नववर्ष उत्सव सनातन समरसता मेला आयोजित किया जाएगा। जिसमें होने वाले विभिन्न कार्यक्रम सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता की झलक प्रस्तुत करेंगे।

प्रचार समिति संयोजक आशीष मेहता ने बताया कि मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। मेले में स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री के लिए लगाई जाने वाली स्टॉल पर साहित्य बिक्री, ऐतिहासिक और सनातन से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध होंगी। मेले में रंगोली प्रतियोगिता, मटकी फोड प्रतियोगिता और महापुरुषों की झांकी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

मेले में आयोजित भारतीय वेशभूषा प्रतियोगिता में देशभर की सांस्कृतिक विरासत का प्रकटीकरण होगा। मेले में सेल्फी प्वाइंट, झूले और ऊंटगाड़ी समेत मनोरंजन के भी सभी साधन उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही देश के विविध क्षेत्रों में बनने वाले भारतीय व्यंजनों के भी स्टॉल लगाए जाएंगे।

सनातन संस्कृति को प्रकट करते भव्य यज्ञ वेदी में आहुतियां दी जाएंगी। पौराणिक कलाओं के प्रदर्शन के दौरान भारतीय वैदिक कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन होगा। शाम को दो लाख से अधिक दीपक प्रज्ज्वलित कर नववर्ष की पूर्व संध्या को आलोकित किया जाएगा। भव्य महाआरती और आतिशबाजी के साथ नववर्ष का स्वागत होगा।

नववर्ष पर 9 अप्रैल को शहर भर में प्रत्येक घर में पत्रक भेजकर नववर्ष की शुभकामना दी जाएगी। शहर के 51 चौराहों को सजाया जाएगा और राहगीरों को नीम और मिश्री का प्रसाद वितरित किया जाएगा। शहर में सवा लाख घरों और और 500 मंदिरों पर पताकाएं बदली जाएंगी। इस दिन शहर भर के प्रमुख मंदिरों पर भव्य महाआरती का आयोजन होगा।