डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल रोकता है गाय का घी

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कोटा। आजकल लोग अपनी सेहत से ज्‍यादा वजन और कोलेस्ट्रॉल को लेकर चिंतित रहते हैं, जिसके कारण लोग घी खाने से बचते हैं। ज्यादातर लोगों को डर रहता है कि घी खाने से कहीं उनका वजन न बढ़ जाए। जबकि गाय के घी के साथ ऐसा बिल्‍कुल नहीं है। गाय का घी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

यह कोलेस्ट्रॉल और वजन को बढ़ाता नहीं, बल्कि बढ़ने से रोकता है। गाय के घी के अनगिनत फायदे हैं, जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। गाय के घी में ऐंटीवायरल, ऐंटीऑक्सिडेंट, ऐंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुणों के साथ सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। गाय के घी में संतृप्त वसा की उच्च मात्रा लगभग 7.9 ग्राम होती है। अन्‍य वसा की बात करें तो गाय का घी कैलरी में तुलनात्मक रूप से ज्‍यादा होते हैं।

मोटे तौर पर देखें तो एक बड़े चम्मच गाय के घी में 112 कैलरी होती है। गाय का घी इंसुलिन प्रतिरोध को नीचे लाने में मदद करता है, वजन की जांच करता है और डायबीटीज रोकने में व्यक्तियों की मदद कर सकता है। इसमें कोई भी हाइड्रोजनीकृत प्राकृतिक तेल नहीं होता है और इस तरह अतिरिक्त और अनावश्यक वसा जमा नहीं होने देता है।चाहे वह वजन बढ़ाना हो या कम करना हो, गाय का घी दोनों में मदद कर सकता है।

वजन कम करने के लिए, यह संयुग्मित लिनोलिक एसिड (सीएलए) प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, इस प्रकार वजन कम करने की रणनीति का समर्थन और पेट की चर्बी दोनों को कम करता है गाय का घी। चाहे वह वजन बढ़ाना हो या कम करना हो, गाय का घी दोनों में मदद कर सकता है।

वजन कम करने के लिए, यह संयुग्मित लिनोलिक एसिड (सीएलए) प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, इस प्रकार वजन कम करने की रणनीति का समर्थन और पेट की चर्बी दोनों को कम करता है गाय का घी।

कलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार
आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुधींद्र श्रृंगी कहते हैं, गाय का घी खाने से ब्लड और आंत में मौजूद कोलेस्ट्रॉल कम होता है। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि गाय के घी में बाइलरी लिपिड श्राव बढ़ जाता है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल की समस्‍या से परेशान हैं तो अपने आहार में गाय के घी को शामिल करें। आप रोजाना एक चम्‍मच गाय का देसी घी भोजन के साथ ले सकते हैं।

गाय का घी एंजाइमों के स्राव को पुनर्जीवित करके पाचन शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है। गाय के घी को अवशोषित करना और चयापचय करना आसान होता है क्योंकि इसमें कम चेन फैटी ऐसिड होता है। कमजोर पाचन वाले लोगों को गाय के घी का सेवन करना चाहिए ताकि उनका शरीर अपने भोजन को बेहतर तरीके से तोड़ सके।

गाय का घी उन दुर्लभ खाद्य पदार्थों में से है जो शरीर की आंतों की क्षमता को कम किए बिना पित्त को संतुलित करने में मदद करते हैं। गाय के घी से कब्ज को ठीक किया जा सकता है।गाय के घी में विटमिन के-2 होता है जो धमनियों में कैल्शियम के जमाव को कम करने में मदद करता है, इस प्रकार धमनियों के कैल्सिफिकेशन से बचाता है। यह हानिकारक रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके और अच्छे रक्त कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ाकर हृदय को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है।