जनता कर्फ्यू: कोटा के बाज़ारों में पसरा सन्नाटा, गलियां वीरान

977

कोटा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनता द्वारा जनता के कर्फ्यू को लेकर लोगों का भरपूर समर्थन मिला। सुबह सात बजे से ही लोगों की आवाजाही शहर में दिखाई नहीं दी। अमूमन छोटे मोहल्ले व बस्तियों में इक्का दुक्का दुकाने खुली देखने को मिलती थी। लेकिन रविवार को आमजन ने अपने परिवार व सेहत के साथ भारतीय होने का कर्तव्य निभाया और पूरा शहर लॉक डाउन हो गया। बंद से शहर में एक ही दिन में करीब 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।

कोटा में सबसे व्यस्ततम बाजार घंटाघर, बजाज खाना, रामपुरा में अधिकांश लोगों के घर दुकानों के साथ होने से उम्मीद जताई जा रही थी की कुछ दुकाने खुली रहेंगी। लेकिन इसके विपरित देखने को मिला दुकान तो दूर ठेला तक कहीं दिखाई नहीं दिया। कुछ लोग बाहर जरूर बाते करते नजर आए जिन्हें पुलिस ने घर पर ही रहने की सलाह दी । व्यस्त बाजारों में इतिहास में पहली बार सन्नाटा देखने को मिला।

जहां आमजन ने समझदारी का परिचय दिया वहीं कोचिंग नगरी के सिरमोर स्टूडेंट ने भी अपने कर्तव्यों का पालन किया और हॉस्टलों में ही रहे। जहां हर पल हजारों स्टूडेंटों की भीड़ रहती थी, वहां भी जनता कर्फ्यू का पूरा समर्थन मिला। तलवंडी, जवाहर नगर, राजीव गांधी नगर, महावीर नगर, बसंत विहार, दादाबाडी जैसे पोश इलाकों में भी सड़के वीरान दिखाई दी वहीं लोग घरों से झांकते हुए भी दिखाई नहीं दिए।

घरों तक पहुंचाया खाना
जनता कर्फ्यू में मैस, रेस्टोरेंट, हॉटल्स के साथ फुटकर दुकानों के बंद होने से स्टूडेंट को खाने की परेशानी नहीं हो इसके लिए पहले ही व्यवस्था कर दी गई थी। कोचिंग संचालकों ने बच्चों की सुरक्षा के साथ उनके खाने, नाश्ते, चाय कॉफी का पूरा इंतजाम किया। हॉस्टल में बच्चों ने पढाई के साथ देश में कोरोना को भगाने में अपनी महत्ती भूमिका निभाई।

घर के बाहर बैठे लोगों से पुलिस ने की समझाइश
घंटाघर इलाके में कई लोग झुंड बनाकर अपने प्रतिष्ठान के आगे बैठे थे जिन्हें पुलिस ने समझाइश कर वहां से अपने घर जाने को कहा। कुईलोग पुलिस को देखकर स्वत: ही चले गए और कईलोगों को पुलिस ने अपनी शैली से घर जाने के लिए विवश किया। घंटाघर क्षेत्र में पुलिस का जाप्ता बड़ी संख्या में तैनात रहा।

दुकाने रहीं बंद, सड़कें रही सूनी
कोटा शहर में शायद पहली बार देखने को मिला होगा जब गली मोहल्लों के बाजार भी पूरी तरह से बंद रहे। गुमानपुरा, छावनी, स्टेशन पर पूरी तरह से जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिला। हर चौराहे पर पुलिस जाप्ता भी दिखाई दिया जिसने आने जाने वालों से पूछताछ की और उन्हें मास्क लगाने व घर पर ही रहने की नसीहत दी। रेलवे में भी शायद पहली बाद देखने को मिला जब एक भी टेÑन घंटो तक दिखाई नहीं दी, सभी प्लेटफार्म सूने पड़े रहे, स्टॉल बंद रहे।