चना / ट्रेडर्स को तेजी में स्टॉक हल्का करने की सलाह

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मुकेश भाटिया, कमोडिटी एक्सपर्ट
कोटा। चना में फिलहाल सरकारी हस्तक्षेप से कुछ तेजी आयी है। आपको बता दे की केंद्र ने मटर के आयात प्राइस को बढाकर 200 रुपये प्रति किलो किया है, जिसके बाद अब आयात संभव नहीं।

जिसका सीधा असर चने की कीमतों पर हमने देखा, क्योंकि चना और मटर एक दूसरे के ऑप्शन के रूप में देखे जाते है। हांलाकि चालू रबी में अब तक हुई बिजाई के अनुसार चने का बिजाई क्षेत्रफल बढ़ा है। जबकि केंद्र सरकार के स्टॉक में सबसे अधिक मात्रा चने की ही है।

फिलहाल नाफेड चने की बिकवाली नहीं कर रहा है, जिससे भी कीमतों को समर्थन मिला हुआ है। दाल मिलो की मांग ठीक ठाक है। स्टॉकिस्ट बिकवाल नहीं है। इस सभी सेंटीमेंट्स से चने में 50-100 का और उछाल आ सकता है।

पर सरकारी एजेन्सिया इस उछाल के बाद बिकवाली करेंगी। जबकि बिजाई भी बढ़ रही है। ऐसे में जनवरी-2020 के बाद चने में बड़ी गिरावट अनुमानित है। फिलहाल के लिए हर उछाले में स्टॉक क्लियर करने की सलाह है। अगले अपडेट तक नयी खरीद से बचे।