खरीफ फसलों की समर्थन मूल्य पर दूसरे दिन भी खरीद शुरू नहीं हुई

861

कोटा। समर्थन मूल्य में खरीफ फसलों को खरीदने के लिए मंडी में कांटे तो लगा लिए हैं, लेकिन पर तुलाई शुरू नहीं की है। वजह, किसानों को अभी तक जिंस खरीद का मैसेज नहीं मिल पाया है। जबकि गुरुवार से समर्थन मूल्य पर जिंस खरीदा जाना था, कई किसानों को टोकन भी जारी किए जा चुके हैं। समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से किसान कम दाम में व्यापारियों को बेचने पर मजबूर हैं।

किसान नेता धुली चंद बोरदा ने बताया कि सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीद को शुरू नहीं किया गया है। जबकि किसान को रबी की फसल के लिए अभी पैसों की जरूरत है। ऐसे में किसान कम दाम पर अपनी फसल व्यापारियों को बेचने के लिए मजबूर हैं। इससे यह जरूर साफ हो रहा है कि सरकार व प्रशासन व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब कर रही है।

खरीद में देरी की जा रही है
हाड़ौती किसान यूनियन के महामंत्री दशरथ सिंह ने बताया कि सरकार व प्रशासन की ओर से समर्थन मूल्यों में जो देरी की जा रही है। इन सब का कारण किसान ही हैं क्योंकि किसानों की ओर से इसका विरोध नहीं किया जा रहा है। अगर इन सब व्यवस्था को सुधारना है तो किसानों को एक होकर सरकार ओर प्रशासन को मुंह तोड़ जवाब देना होगा।

11 अक्टूबर से होनी थी खरीद
किसान नेता चौथमल नागर ने बताया कि सरकार ने मंडी में समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने के लिए 11 अक्टूबर का समय तय किया था, लेकिन 12 अक्टूबर तक तो मंडी में सिर्फ कांटे ही लगे हैं। मंडी प्रशासन की ओर से किसी भी किसान को अपनी फसल बेचने के लिए मैसेज नहीं मिला है। ऐसे में किसान अब मैसेज आने का ही इंतजार कर रहे हैं।